CM Atishi Letter To LG Saxena: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बुधवार को उपराज्यपाल को वीके सक्सेना को पत्र लिखकर जवाब दिया है। उन्होंने यमुना में विषाक्त पदार्थ मिलाए जाने के मुद्दे को लेकर पत्र में लिखा कि यमुना में अमोनिया का स्तर 7.2 पीपीएम पहुंच गया है, जो कि स्वीकार्य सीमा से 700% अधिक है। उन्होंने लिखा कि यह तथ्य नकारा नहीं जा सकता, चाहे एलजी रिपोर्ट में कितनी भी हेरफेर कर लें। सीएम आतिशी ने लिखा कि एलजी दिल्ली के लोगों के साथ विश्वासघात कर रहे हैं, जिसकी उन्हें सेवा करनी चाहिए।
आतिशी ने उपराज्यपाल की जनता के प्रति वफादारी पर सवाल करते हुए लिखा कि हरियाणा सरकार का लगातार बचाव करना और दिल्ली की जल आपूर्ति के प्रदूषण के खिलाफ कार्रवाई न करना एक गंभीर सवाल उठाती है। बता दें कि यह पत्र आतिशी ने एलजी सक्सेना के पत्र के जवाब में लिखा है। एलजी ने अरविंद केजरीवाल की जहरीले पानी वाली टिप्पणी की आलोचना की थी। साथ ही उन्होंने केजरीवाल के हरियाणा सरकार पर लगाए आरोपों को झूठा और भ्रामक बताया था।
Delhi CM Atishi responds to LG VK Saxena's letter to the CM after AAP's claim of high ammonia levels in water in river Yamuna. CM Atishi writes, "The ammonia levels in the Yamuna are 700% above permissible limits—a fact you cannot deny, no matter how many reports you manipulate.… pic.twitter.com/QN8bUZStLS
— ANI (@ANI) January 29, 2025
'दिल्ली की जनता के साथ वफादार नहीं एलजी'
आतिशी ने अपने पत्र में वीके सक्सेना के ऊपर आरोप लगाया कि एलजी का संवैधानिक कर्तव्य दिल्ली के लोगों की सेवा करना है, लेकिन उन्होंने अपने राजनीतिक आकाओं के प्रति वफादार बने रहना चुना है। आतिशी ने एलजी पर आरोप लगाया कि सक्सेना ने दिल्ली की जनता की सेवा करने के लिए कहा था कि लेकिन उनके काम से पता चलता है कि एलजी की प्राथमिकता संविधान को बनाए रखने और लोगों के कल्याण की बजाय अपनी पार्टी के आदेशों का पालन करना है। पत्र में आगे आतिशी ने लिखा कि आम आदमी पार्टी के मंत्रियों और विधायकों और निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवारों ने कई बार पानी की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाया है। इस संबंध में जो भी दलील, एलजी के ऑफिस और हरियाणा सरकार के पास भेजी गई, उसमें से किसी पर भी कार्रवाई नहीं की गई है।
केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर लगाया था आरोप
दरअसल, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया था कि यमुना में हरियाणा की ओर से जहर मिलाया जा रहा है। साथ ही उन्होंने इसे राजधानी दिल्ली में नरसंहार का प्रयास बताया था। इस पर जवाब देते हुए एलजी वीके सक्सेना ने कहा था कि इस तरह के बयान दिल्ली और हरियाणा दोनों ही राज्यों में कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौतियां उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा एलजी ने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा था कि जब दिसंबर में यमुना में अमोनिया का स्तर सबसे अधिक हो गया था, तब केजरीवाल और आतिशी चुप रहे थे। अब वे लोग हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर मिलाने का आरोप लगा रहे हैं।
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