Drug Smuggler Arrested: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने एनडीपीएस एक्ट के एक केस में आरोपी को 12 साल बाद अरेस्ट किया है। पुलिस ने रविन्द्र कुमार चौधरी (52) मूलरूप से बिहार का रहने वाला है। कोर्ट भी इसे भगोड़ा घोषित कर चुकी थी।
क्राइम ब्रांच ने 12 साल बाद दबोचा
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, 23 मार्च, 2012 को बिहार निवासी शंकर साहनी को अरेस्ट किया गया था। उसके पास से 84 किलो 800 ग्राम गांजा बरामद हुआ था। बाद में उसके सहयोगी भीकू साहनी और दिलीप साहनी को भी पकड़ लिया गया था। जांच के दौरान पता चला कि बरामद गांजा की आपूर्ति रवींद्र कुमार चौधरी ने की थी। रवींद्र पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था।
कोर्ट ने किया था भगोड़ा घोषित
कोर्ट ने उसे इस केस में भगौड़ा भी घोषित कर दिया था। अब इसके बारे में पुलिस को इनपुट मिला कि वह बिहार के हाजीपुर बाहरी इलाके में रह रहा है। वह अपना मोबाल और ठिकाने लगातार बदलता रहता था। इसके बाद 22 हाईवे हाजीपुर से इसे पकड़ा गया। आरोपी ने महज 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। वह खुद को मोबाइल सप्लायर बताया करता था।
दो नाइजीरियाई तस्करों को भी किया था गिरफ्तार
बता दें कि इससे पहले ही बीते दिनों क्राइम ब्रांच ने दो नाइजीरियाई ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार कर एक अंतरर्राष्ट्रीय ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़ किया। इनके कब्जे से 55 लाख रुपये मूल्य की 550 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। गिरफ्तार किए गए तस्करों के नाम अरमिद और सलीफ बताए गए। दोनों मूलरूप से नाइजीरिया के रहने वाले हैं। दोनों में किसी के भी पास न तो वैध पासपोर्ट पाया गया और न ही वीजा। दोनों अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं और मादक पदार्थों की तस्करी जैसी गतिविधियों में शामिल थे।