Cyber Crime News: साइबर ठग ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के बहाने 15 लाख रुपये की ठगी कर ली। लेकिन वह पुलिस से नहीं बच सका और गिरफ्तार हो गया। पुलिस ने आरोपी को उत्तराखंड के काठगोदाम से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पास से एक स्मार्टफोन, एक पासबुक और एटीएम कार्ड बरामद हुआ है। पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी का नाम प्रियांशु रावत है जो कि 18 साल का है।
पिता की जिंदगी भर की कमाई दांव पर लगाई
डीसीपी रोहित मीना ने बताया कि 23 जून को घिटोरनी निवासी रितिक सिंह ने खुद के साथ ठगी की बाबत शिकायत दर्ज कराई थी। बताया कि टेलीग्राम पर किसी ने उनसे संपर्क किया था, जहां उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के बारे में बताया गया था। झांसा कम समय में अच्छा रिटर्न देने का दिया गया। इस तरह उससे 15 लाख रुपए ठग लिए गए। मामले में साइबर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया। जांच के दौरान पता चला कि पीड़ित एक छात्र है। उसके पिता फैक्ट्री में चौकीदार हैं। अपनी पढ़ाई का खर्च उठाने और परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए उसने अपने पिता की मेहनत की कमाई को यहां दांव पर लगा दिया। उसे टेलीग्राम के माध्यम से बहकाया गया था।
12वीं कक्षा का ड्रॉप आउट है आरोपी
दो बैंक खाते से 15 लाख की राशि डेबिट हुई थी। धोखाधड़ी की बड़ी राशि पीएनबी के खाते में जमा की गई थी। यह खाता प्रियांशु रावत के नाम पर मिला। इसके बारे में जानकारी एकत्रित करने के बाद पुलिस ने उसे काठगोदाम से दबोच लिया। आरोपी 12वीं कक्षा का ड्रॉपआउट है। इसके बाद भी वह जेईई कोचिंग के बहाने अपने माता-पिता से पैसे लेता रहा। जब उसके परिजनों ने रुपए देना बंद कर दिया तो आरोपी ने लोगों के साथ ठगी शुरू की थी। पुलिस अब पता लगाने की कोशिश में है कि आरोपी युवक ने कितने लोगों के साथ ठगी की वारदात की है।
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