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दिल्ली के करोल बाग में रहने वाले व्यक्ति के साथ 16 लाख रुपए की ठगी की गई। उसे एक वॉट्सएप ग्रुप में जोड़कर यकीन दिलाया गया कि वो सही जगह इंवेस्ट कर रहा है। इसके बाद उसकी आंखों में धूल झोंककर ठगी की गई।

कुछ सालों पहले एक स्पेनिश वेबसीरीज मनी हीस्ट का काफी बज बना हुआ था। उसमें एक प्रोफेसर के किरदार ने लोगों पर अपनी छाप छोड़ी थी और अपना फैन बनने पर मजबूर कर दिया था। प्रोफेसर ने एक रणनीति के तहत आठ लोगों को तैयार करके एक असंभव लूट को अंजाम दिलाया था। ऐसा ही एक प्रोफेसर साइबर ठगी के मामले में भी सामने आया है। दरअसल, एक व्यक्ति ने झूठ और फरेब का जाल बुनकर न जाने कितने ही लोगों को फंसाकर उनसे साइबर ठगी की। 

16 लाख रुपए की ठगी

बता दें कि करोल बाग में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने साथ 16 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी होने का दावा किया है। एक जालसाज ने अपने आप को शेयर मार्केट का एक्सपर्ट बताया और 200 फीसदी मुनाफा कमाने का झांसा दिया। इसमें युवक फंस गया और उसके साथ 16 लाख से ज्यादा की ठगी हो गई। ठगी के लिए उनका एक वॉट्सएप ग्रुप था जिसमें लगभग 50 लोग शामिल थे। ग्रुप के सभी लोग जालसाज को प्रोफेसर कहकर बुलाते थे। इस ग्रुप में हो रही सारी गतिविधियां असली लगती थी। ऐसे में उस ग्रुप के लोग लगातार अपने इनकम की फोटोज भी ग्रुप में शेयर किया करते थे। 

200 फीसदी तक मुनाफा कमाने का दिया लालच

युवक के पास 3 सितंबर 2024 को अज्ञात युवक के पास एक कॉल आई। इसमें शेयर मार्केट से जुड़े अपडेट के लिए एक ग्रुप में जुड़ने की बात कही गई। कॉलर ने बताया कि ग्रुप में सभी अपडेट दिए जाते हैं और आप 200 फीसदी तक मुनाफा कमा सकते हैं। उस ग्रुप में 50 से ज्यादा लोग शामिल हैं। पीड़ित उस ग्रुप से जुड़ गया और कई दिनों तक ये देखता रहा कि इस ग्रुप में क्या हो रहा है।

कुछ दिनों बाद उसे ई-ट्रेड अकाउंट बनाने को कहा गया। इसके बाद उसने अकाउंट बनाया और पासवर्ड सेट कर दिया। अब उसे बताया जाने लगा कि कैसे पैसे इंवेस्ट करने हैं। हालांकि, उसे ग्रुप और उसके मेंबर्स पर यकीन नहीं हो रहा था। इसके बावजूद भी उसने एक दाव लगाने का मन बनाया। 

पहली बार में हुआ 10 फीसदी का मुनाफा

24 सितंबर को युवक ने 70 हजार रुपए लगाए और कुछ ही देर में उसे 10 फीसदी का मुनाफा हो गया। 77 हजार रुपए में से कुछ पैसे कटकर उसे 73,167 रुपए मिले। इसके बाद युवक को भरोसा हो गया कि वो इस ग्रुप से जुड़कर मुनाफा कमा सकता है। अगली बार उसने 16 लाख 20 हजार रुपए ई-ट्रेडिंग में निवेश किए। 

50 में से 47 थे फर्जी

रकम डालते ही रकम को फ्रीज कर दिया गया और कहा गया कि 72 घंटे में पैसे वापस आ जाएंगे, लेकिन अब तक उनकी रकम वापस नहीं आई है। बाद में पता चला कि ग्रुप में शामिल 50 लोगों में से 47 लोग फर्जी थे। इसके बाद युवक ने मामले की शिकायत की। युवक की शिकायत पर सेंट्रल ड्रिस्टिक्ट की साइबर पुलिस ने धोखाधड़ी का मनामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। 

सावधान रहें

इन दिनों साइबर ठगी के मामले लगातार सुनने और देखने को मिलते हैं। ठग बड़ी चालाकी से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। ऐसे में लोगों को सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है। किसी मैसेज पर क्लिक करने, किसी अनजान वॉट्सएप ग्रुप में जुड़ने और कॉल पर किसी को बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारी देने से पहले 10 बार जांच लें। उसके बाद ही आगे कदम बढ़ाएं, वरना आप भी ठगी का शिकार हो सकते हैं।  

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