Delhi Cyber Crime: जीबीएल गोल्ड एप की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले रैकेट का आउटर नॉर्थ जिले की साइबर टीम ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इन्हें दिल्ली, वडोदरा और जीरकपुर पंजाब में छापा मारकर दबोचा गया। इनके पास से 24 मोबाइल, 42 डेबिट कार्ड, 22 चेकबुक और एक लैपटॉप बरामद हुआ।
डीसीपी रवि कुमार सिंह के अनुसार, समयपुर बादली के रहने वाले अखिल नेगी ने 16 लाख की धोखाधड़ी के बारे में साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप पर एक ग्रुप बना था, जिसमें दो एडमिन सोने के व्यापार के लिए स्टॉक की सिफारिशें देते थे और जीबीएल गोल्ड एप डाउनलोड करने के लिए कहते थे। उनके खाते से कई लेनदेन हुए। हाल ही में जब उन्होंने जीबीएल पर बनाए गए खाते से चार लाख निकालने की कोशिश की, तो वह रकम नहीं निकल पाई। आखिरकार, उनके द्वारा दिए गए सभी संपर्क सूत्रों की मदद लेनी चाही, लेकिन वह सब उनकी पहुंच से बाहर हो गए थे। बाद में उन्हें ब्लॉक तक कर दिया गया।
चार लोगों को किया गिरफ्तार
इसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। बैंक खातों में पंजीकृत मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल हासिल कर उसका विश्लेषण किया। केस में पुलिस ने सबसे पहले सैम गोस्वामी उर्फ मंजीत गोस्वामी को अरेस्ट किया। इसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई और फिर वडोदरा में रेड कर एक फ्लैट से जसकीरत सिंह उर्फ जस्सी को पकड़ा गया। इसके बाद पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को भी दबोच लिया।
ऑनलाइन गोल्ड ट्रेडिंग के नाम पर ठगी
पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन गोल्ड ट्रेडिंग स्कैम लोगों को ठगने का एक नया तरीका है। इस मॉड्यूल में शामिल जालसाज शिकायतकर्ता को व्हाट्सएप ग्रुप पर जीबीएल गोल्ड एप का लिंक भेजकर उसे डाउनलोड करवाते हैं। बाद में उस प्लेटफॉर्म के माध्यम से सोने में निवेश करने के लिए लुभाते हैं। शिकायतकर्ता का पैसा वॉलेट में दिखता है, लेकिन निकासी के समय पैसा नहीं निकलता।