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Delhi New CM: दिल्ली में भाजपा की सरकार बने हुए लगभग 10 दिन होने जा रहे हैं और अब भी नए सीएम का चेहरा धुंधला ही है। ऐसे में 3PM फॉर्मूला चर्चा में है, जिसमें मुख्यमंत्री दावेदार का कोड छिपा हो सकता है।

Delhi New CM: दिल्ली में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर असमंजस बना हुआ है। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि मंगलवार को मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर तस्वीरें साफ हो जाएंगी। 18 फरवरी की दोपहर बाद दिल्ली में विधायक दल की बैठक होने वाली है। इस बैठक में केंद्रीय नेताओं के मौजूद रहने के भी अनुमान लगाए जा रहे हैं और इसके बाद 20 फरवरी को शाम साढ़े चार बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। 

क्या हो सकता है 3PM फॉर्मूला?

वर्तमान समय में लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि भाजपा दिल्ली में किसे मुख्यमंत्री बनाएगी? इसको लेकर '3PM' फॉर्मूला भी चर्चा में बना हुआ है। कहा जा रहा है कि इसी कोड में नए सीएम का नाम छिपा है। अगर इसे डिकोड करने की कोशिश करें, तो सबसे पहले बात करेंगे 3P की। इसमें पहला पी सबसे ज्यादा चर्चचित नाम प्रवेश वर्मा को हो सकता है। दूसरा पी पूर्वांचल हो सकता है और तीसरा पी पंजाबी समुदाय को प्रदर्शित कर सकता है। वहीं अगर M को डिकोड करें, तो महिला उम्मीदवार हो सकता है। 

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प्रवेश वर्मा पर दांव लगा सकती है भाजपा

इस तरह अगर देखा जाए, तो पहला P यानी प्रवेश वर्मा पर भाजपा दाव लगा सकती है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से शिकस्त दी। जिस तरह से उन्होंने अरविंद केजरीवाल की घेराबंदी कर उन्हें हार का सामना कराया, उसके बाद वे मुख्यमंत्री चेहरे के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।

इसके अलावा वो जाट समुदाय से आते हैं, जो दावेदारी के लिए अहम समीकरण है क्योंकि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाने के लिए जाट समुदाय ने भाजपा का भरपूर सहयोग किया है। पार्टी ने दिल्ली की उन सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की है, जहां जाटों की अच्छी आबादी है। 

इन पूर्वांचली नेताओं पर भरोसा जता सकती है भाजपा

वहीं दूसरा P यानी चुनाव का सबसे चर्चित मुद्दा पूर्वांचली हो सकता है। दिल्ली में बड़ी संख्या में पूर्वांचली लोग रहते हैं। राजधानी में पूर्वांचलियों की अहमियत का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल्ली चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों ने पूर्वांचली वोटर्स को साधने में एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया। कांग्रेस ने तो पूर्वांल मंत्रालय बनाने तक का ऐलान कर दिया था। भाजपा ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की, जहां बड़ी आबादी में पूर्वांचली हैं। ऐसे में अभय वर्मा और मनोज तिवारी सीएम रेस में हैं। इससे भाजपा को न केवल दिल्ली में पूर्वांचली वोटर्स का भरोसा मिलेगा, बल्कि बिहार चुनाव में भी मदद मिल सकती है। 

पंजाबियों के जरिए आम आदमी पार्टी के दूसरे गढ़ साधने की कोशिश

तीसरे P से पंजाबी नेता भी हो सकता है। यानी भाजपा किसी पंजाबी को मुख्यमंत्री पद देकर आम आदमी पार्टी का दूसरा सबसे बड़ा गढ़ पंजाब को साधने की कोशिश कर सकती है। इस तरह पंजाबी कोटे से आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, अरविंदर सिंह लवली और तरविंदर सिंह मारवा का नाम आगे किया जा सकता है। इन्हें भले मुख्यमंत्री न बनाया जाए लेकिन मंत्री पद मिलना लगभग तय है। 

3PM में M की भूमिका निभा सकती हैं महिलाएं

दिल्ली में महिला वोटर्स ने भाजपा को जिताने में अहम भूमिका निभाई है। सभी पार्टियों ने दिल्ली की महिला वोटर्स को साधने की पूरी कोशिश की लेकिन फिर भी उन्होंने भाजपा पर भरोसा जताया। ऐसे में भाजपा महिला उम्मीदवार को मुख्यमंत्री बना सकती है। महिला उम्मीदवार के लिए रेखा गुप्ता का नाम पहले से ही सीएम रेस में है और अब देखने वाली बात ये होगी कि दिल्ली में भाजपा किस पर भरोसा जताकर मुख्यमंत्री बनाएगी?

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