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Delhi Electricity: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ठंड बढ़ने के साथ-साथ बिजली की डिमांड ने भी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पहली बार दिल्ली में दिसंबर के महीने में बिजली का डिमांड 5000 मेगावाट से अधिक पहुंच गई है।

Delhi Electricity: नया साल शुरू हो चुका है और इससे पहले साल 2024 के आखिरी महीने में दिल्ली में मौसम बदलने के साथ काफी बारिश भी हुई। इसके बाद तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली है। दिसंबर में राजधानी दिल्ली में बिजली की मांग ऊंचे स्तर तक पहुंच गई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि दिसंबर में बिजली की खपत 5,000 मेगावाट से अधिक पहुंच गई।

31 दिसंबर 5213 मेगावाट पहुंची बिजली की मांग

स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के मुताबिक, सोमवार यानी कि 30 दिसंबर को पहली बार दिल्ली में बिजली की मांग 5046 मेगावाट रही। इसके साथ ही मंगलवार को सुबह 10:50 बजे बिजली की मांग 5213 मेगावाट पहुंच गई, जो कि दिसंबर के महीने में बिजली खपत का अब तक को सबसे बड़ा रिकॉर्ड बन गया है। बता दें कि इससे पहले दिसंबर 2022 में दिल्ली में बिजली की मांग सबसे अधिक 4964 मेगावाट रही, जबकि साल 2023 के दिसंबर महीने में यह खपत 4884 मेगावाट तक रही थी।

किस क्षेत्र में रही कितनी मांग?

साल 2024 को आखिरी दिन दिल्ली में बिजली की मांग काफी अधिक बढ़ गई थी। बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस क्षेत्रों के भीतर, बीएसइएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) के लिए बिजली की पीक डिमाड 2194 मेगावाट तक पहुंच गई और इसके साथ ही बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) के इलाकों में बिजली की मांग 1038 मेगावाट तक रही। जबकि टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टाटा पावर-डीडीएल) के क्षेत्रों में बिजली की डिमांड 1646 मेगावाट तक रही।

पिछले साल की सर्दी में कितनी थी बिजली की डिमांड?

बिजली वितरण कंपनियों ने दावा किया है कि दिल्ली में बिना किसी पावर कट के बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। शहर में पिछले साल की सर्दी में बिजली की मांग 5816 मेगावाट रही थी। उस समय बीएसईएस राजधानी पावर के क्षेत्र में बिजली की सबसे अधिक डिमांड 2529 मेगावाट और उसके साथ ही बीएसईएस यमुना पावर के इलाके में बिजली की अधिकतम डिमांड 1210 मेगावाट रही थी।

बिजली की अधिकतम मांग 6300 मेगावाट पहुंचने का अनुमान

स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के अनुसार, साल सर्दी के सीजन में दिल्ली के अंदर बिजली की सबसे अधिक डिमांड 6300 मेगावाट पहुंच सकती है। इस दौरान बताया जा रहा है कि बीएसईएस राजधानी पावर के लिए पीक डिमांड 2,600 मेगावाट और बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) के क्षेत्र में बिजली की मांग 1240 मेगावाट पहुंचने का अनुमान है। बिजली की बढ़ती इस मांग को पूरा करने के लिए बीएसईएस कंपनियां रणनीतिक बिजली नियोजन और उन्नत टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस साल सर्दी के सीजन में बिजली की डिमांड का 53 प्रतिशत हरित ऊर्जा के स्रोतों से पूरा किया जाएगा।

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