Delhi Tourism: राजधानी दिल्ली के पर्यटन को आकर्षक और बेहतर बनाने के लिए सरकार महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। पर्यटन स्थल, स्मारकों, विश्व धरोहरें भी इस सूची में शामिल हैं। इनको आकर्षक बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं। जिसमे 1200 से अधिक स्मारक हैं और इनमें से 174 स्मारक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पास हैं।
दिल्ली सरकार के पहले बजट में शामिल पर्यटन
प्राचीन काल से ही दिल्ली आकर्षण का केंद्र रही है। यहां देश-विदेश से लोग घूमने आते हैं। दिल्ली के टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी सरकार लगातार काम कर रही है। बीजेपी सत्ता में आने के बाद दिल्ली पर्यटन को आगे बढ़ाती नजर आ रही है। जिस तरह से भाजपा ने दिल्ली में पर्यटन को लेकर अपना रुख दिखाया है और बजट में प्रावधान किए हैं, इससे साफ पता चलता है कि दिल्ली सरकार देश को विकास की ओर ले जा रही है।
एक्शन मोड में सरकार
बीजेपी सरकार ने इस क्षेत्र में पहले भी प्राथमिकता का संकेत दिया था, लेकिन अब दिल्ली में पर्यटन को लेकर एक्शन मोड में दिख रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि, आने वाले वर्षों में पर्यटकों का ठहराव एक से डेढ़ दिन से बढ़कर ढाई से तीन दिन हो जायेगा।
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इतिहास से जुड़े दिल्ली के स्मारक
बता दें कि दिल्ली एक प्राचीन और ऐतिहासिक शहर है, जो हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है। साथ ही इसे पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा दिल्ली में राजपूतों, मुगलों और अंग्रेजों के करीब एक हजार साल पुराने शासन के सबूत मिले हैं। अगर इतिहास के पन्ने पलटे जाएं, तो मालूम होता है कि दिल्ली कई बार बनी और उजड़ी। इसने राजपूतों से लेकर मुगलों, अंग्रेजों और फिर आजादी के बाद कई आती-जाती सरकारें देखी हैं। सन् 1911 में दिल्ली को राजधानी घोषित कर दिया गया। दिल्ली में इतिहास से जुड़े कई स्मारक मौजूद हैं, जो आज भी दिल्ली के इतिहास की गवाही देते हैं।
दिल्ली सरकार का कदम
दिल्ली सरकार अपने स्तर पर करीब 250 स्मारकों के संरक्षण की योजना बना रही है। संरक्षण के साथ-साथ उन्हें आकर्षक भी बनाया जायेगा। बता दें कि दिल्ली में 1200 से ज्यादा स्मारक हैं, जिनमें लाल किला और कुतुब मीनार, लोधी गार्डन, जामा मस्जिद, हुमायूं का मकबरा जैसे स्मारक शामिल हैं। इनमें से लाल किला, कुतुब मीनार और हुमायूं का मकबरा जैसे स्मारक विश्व धरोहर सूची में शामिल हैं। दिल्ली के 174 स्मारक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पास हैं।
निगम के अंतर्गत आती हैं इतनी इमारतें
निगम के अंतर्गत करीब 600 निजी और सरकारी इमारतें या हवेलियां आती हैं, जिनका अपना एक अलग इतिहास रहा है। इसके अलावा ऐसे भी कई स्मारक हैं, जिनकी कोई देखभल करने वाला नहीं है। इन्हें बेनाम स्मारक भी कहा जाता है। पिछले कई सालों की सूची देखने के बाद पता चला है कि दिल्ली के पर्यटन पर ज्यादा काम नहीं किया गया है।
दिल्ली बनेगा टूरिस्ट फ्रेंडली
पहले के मुकाबले विदेशी पर्यटक दिल्ली की तरफ ज्यादा आकर्षित नहीं होते। वे यहां एक या डेढ़ दिन रुकते हैं और फिर सीधे देश के दूसरे राज्यों के लिए निकल जाते हैं। हालांकि इसको लेकर सरकार प्लान बना रही है कि दिल्ली को आकर्षक बनाया जाए, ताकि पर्यटक यहां की खूबसूरती देखने के लिए 2 से ढाई दिन रुकें। वहीं सरकार दिल्ली की ब्रांडिंग करने की भी योजना बना रही है। दिल्ली के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विदेशी लोगों की राय ली जाएगी कि दिल्ली पर्यटन में क्या कमियां हैं? इसके बाद उन पर विचार कर कमियों को दूर किया जाएगा और दिल्ली को टूरिस्ट फ्रेंडली बनाया जाएगा।
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