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Delhi Politics: 'आप' नेता सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से सवाल किया कि सीएम रेखा गुप्ता के पति दिल्ली सरकार में किस पद पर हैं, जो वे सरकारी अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की राजनीति करना दिल्ली की 2 करोड़ जनता का अपमान है।

Delhi Politics: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर आम आदमी पार्टी के नेता हमलावर हैं। 'आप' के नेताओं का आरोप है कि सीएम रेखा गुप्ता के पति उनकी जगह पर मीटिंग ले रहे हैं। इसको लेकर बीजेपी और आप के बीच सियासी बयानबाजी चल रही है। इस बीच आप नेता सौरभ भारद्वाज ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने इसी मुद्दे पर बीजेपी को घेरते हुए सवाल किया कि सीएम रेखा गुप्ता के पति दिल्ली सरकार में किस पद पर काम कर रहे हैं, जो वे अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सीएम रेखा गुप्ता केवल रबर स्टाम्प की मुख्यमंत्री हैं। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली फुलेरा की पंचायत नहीं है।

'बीजेपी के घर की पंचायत नहीं'

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता दिल्ली सरकार में किसी पद नहीं हैं। तो ऐसे में वे किस हैसियत से सरकारी अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शपथ रेखा गुप्ता ने ली है, तो उनके पति अधिकारियों के साथ बैठक करके आदेश कैसे दे सकते हैं? 'आप' नेता ने कहा कि यह गैरकानूनी है। इसके अलावा उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि यह उनके घर की पंचायत नहीं है, जिस तरह से फुलेरा की पंचायत है। उन्होंने कहा कि इस तरह की राजनीति दिल्ली की जनता का मजाक उड़ाना है।

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बता दें कि सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई थी, जिसमें सीएम रेखा गुप्ता के पति अधिकारियों के साथ बैठे लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस फोटो को शेयर करते हुए नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने लिखा कि पहले के समय में ऐसा देखने को मिलता था कि अगर गांव में कोई महिला सरपंच चुनी जाती है, तो उसका पति सारा सरकारी कामकाज संभालता है। आतिशी ने आगे लिखा कि देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ होगा कि एक महिला के सीएम बनने के बाद उनके पति सरकारी कामकाज संभाल रहे हैं।

'दिल्ली की महिलाओं का अपमान'

'आप' नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में ऐसी बहुत से पढ़ी लिखी महिलाएं हैं, अपना काम करने के साथ-साथ प्रशासन भी चला सकती हैं। ऐसे में इस तरह की राजनीति करना महिलाओं को अपमान है। उन्होंने कहा कि इससे पहले शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और आतिशी दिल्ली की सीएम रह चुकी हैं, लेकिन उनके ऊपर कभी ऐसा आरोप नहीं लगा कि उनके घर का कोई सदस्य अफसरों की मीटिंग ले रहा हो। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि सीएम रेखा गुप्ता के पति सरकारी अधिकारियों की मीटिंग ले रहे थे। ऐसे में बीजेपी को इन सवालों का जवाब देना होगा।

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