Independence Day: 15 अगस्त के मौके पर लोग पतंगबाजी करना पसंद करते है। ऐसे में चाइनीज मांझे भी बाजार बहुत देखने को मिलते हैं, जो जानलेवा होते हैं। जानलेवा चाइनीज मांझे के खिलाफ इस साल पुलिस की मुस्तैदी और एक्शन जारी है। यही कारण है कि अभी तक इस मांझे के कारण कोई बड़े हादसे की खबर सामने नहीं आई। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एक बड़ी कार्रवाई के बाद साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने भी प्रतिबंधित मांझा बेचने वाले सात लोगों को अरेस्ट किया है। इनके पास से मांझे की 29 रील बरामद हुई।
चाइनीज मांझा बेचने वाले सात गिरफ्तार
डीसीपी रोहित मीना के अनुसार, पकड़े गए लोगों के नाम अरुण कुमार, गोविंद पंडित, अजय कुमार, प्रशांत कुमार, मोहम्मद सद्दाम, नरेन्द्र कुमार और पवन कुमार है। सभी आरोपी बिजवासन, सागरपुर और वसंत विहार के रहने वाले हैं। इनमें आरोपी अजय कुमार कापसहेड़ा के रहने वाले हैं। वह अपनी रेडीमेड गारमेंट शॉप पर ही चाइनीज मांझा बेच रहे थे। इसकी दुकान से चाइनीज मांझे के पांच रोल जब्त किए गए। पूछताछ में पकड़े लोगों ने बताया कि चाइनीज मांझे को कोई गाजियाबाद तो कोई सदर बाजार से लेकर आया था।
चाइनीज मांझा बेचने वाले अब तक 80 से अधिक पकड़े गए
दिल्ली पुलिस ने बीते एक दिन के भीतर चाइनीज मांझे बेचने के मामले में करीब 80 लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि चाइनीज मांझा उस धागे को कहते हैं, जिसे लोग पतंग उड़ाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। यह धागा प्लास्टिक होता है, जो काफी मजबूत भी होता है। इससे दिल्ली में कई लोगों की जानें जा चुकी है।
2017 में बैन किया था चाइनीज मांझा
बता दें कि दिल्ली में चाइनीज मांझा साल 2017 से ही बैन है। इससे कई बाद बड़े हादसे हो चुके हैं। चाइनीज मांझे से गला कटने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा यह मांझा पक्षियों और जानवरों के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रहा है।