Delhi Crime: क्राइम ब्रांच की एजीएस टीम ने विकास लगरपुरिया गिरोह के एक वांछित और सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी रोहित गहलोत पिछले चार महीनों से हत्या के प्रयास केस के बाद से फरार था। आरोपी पांच मामलों में शामिल रहा है। इसके कब्जे से दो देसी पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए गए हैं।
पिछले साल के मामले में था केस दर्ज
रोहित गहलोत छावला थाना इलाके के हत्या के प्रयास मामले में वांछित था। दरअसल शिकायतकर्ता हिमांशु ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि गत वर्ष 30 अक्टूबर को रात करीब 10 बजे वह रवि, रोहित भारद्वाज व कई अन्य रिश्तेदारों दोस्तों के साथ अपने चचेरे भाई रोहित का जन्मदिन मना रहा था। आयोजन पार्टी खाटू श्याम चौक, श्याम विहार, फेज 1, नजफगढ़ स्थित इनके ऑफिस में था। लगभग आधी रात को जब वे केक काट रहे थे आरोपी धारे एक सफेद स्कॉर्पियो कार में तीन चार साथियों के साथ वहां आया और उनके साथ गाली-गलौज करने लगा।
हमलावर हो गया था मौके से फरार
जवाब में हिमांशु और अन्य लोग उनसे भिड़ने के लिए ग्रुप के पास पहुंचे। उस समय आरोपी रोहित गहलोत ने एक गोली चलाई जो रोहित भारद्वाज की कमर के पास लगी। इसके बाद हमलावर उन्हें धमकी देकर मौके से भाग गए। इस घटना में विकास लगरपुरिया गिरोह के सदस्य शामिल थे। विशेष रूप से धरा उर्फ धारे, अमित उर्फ मित्ता, संदीप उर्फ बिल्ला और रोहित गहलोत जिन्होंने क्षेत्र में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए गोली चलाई थी। मुरथल, हरियाणा से आरोपी रोहित गहलोत को गिरफ्तार किया गया।
जारी किए गए थे गैर जमानती वारंट
उपरोक्त मामले में इसके खिलाफ गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) भी जारी किये गये थे। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि इस्तेमाल किए गए अवैध हथियार पपरावट गांव के पास एक फार्म हाउस के पास जमा किए गए थे। इसकी निशानदेही पर दो देशी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए। रोहित दीनपुर गांव निवासी धारे के संपर्क में आने के बाद आपराधिक गतिविधियों में शामिल हुआ था।
ये भी पढ़ें:- Delhi Cyber Crime: दिल्ली पुलिस ने दो साइबर क्रिमिनल्स को किया गिरफ्तार, व्हॉट्सएप के जरिए ठगी को दिया था अंजाम