Komal murder case: दिल्ली पुलिस ने 22 वर्षीय कोमल की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। कोमल की हत्या किसी और ने नहीं ब्लकि उसके दोस्त आसिफ ने किया। आसिफ को शक था कि कोमल किसी और से बातचीत करती है। इसी शक की वजह से उसने कोमल की गला दबाकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए आसिफ ने अपने साथी जुबैर की मदद ली। इसके बाद दोनों ने मिलकर शव को नाले में फेंक दिया।
आरोपियों ने कबूल किया अपना गुनाह
दिल्ली पुलिस ने एक दिन पहले मृतका के दोस्त आसिफ और उसके साथी जुबैर को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। दिल्ली के सुंदर नगर की रहने वाली कोमल एक कॉल सेंटर में काम करती थी। उसकी दोस्ती आसिफ नाम के एक युवक से था, जो उसी इलाके में रहता था। वह टैक्सी ड्राइवर था। सिफ को शक था कि कोमल किसी और से बातचीत करती है। इस जलन के वजह से उसने 12 मार्च को कोमल को धोखे से अपने टैक्सी में बैठाया और रास्ते में ही उसका गला घोंटकर हत्या कर दिया।
शव को ठिकाने के लगाने के लिए उसने अपने साथी जुबैर के साथ योजना बनाई। फिर दोनों ने मिलकर शव को छावला इलाके की एक नाले में फेंक दिया। उस पर किसी को शक न हो इसके लिए लाश के गले में पत्थर बांध दिया ताकि वह पानी में डूबी रहे लेकिन उनका चाल नाकाम हो गया। मामले का खुलासा तब हुआ जब कुछ दिनों बाद डैड बॉडी फूलकर पानी के ऊपर तैरती नजर आई।
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12 मार्च को हुई थी लापता
बता दें कि कोमल 12 मार्च को लापता हुई थी, जब वह ऑफिस से घर नहीं लौटी। कोमल के परिवार वाले गुमशुदगी का केस दर्ज कराने अपने क्षेत्र के नंद नगरी थाने पहुंचे लेकिन वहां पर शिकायत दर्ज नहीं की गई। पुलिस ने कहा कि लड़की वहां से गायब हुई है, जहां वह जॉब करती है, तो उस क्षेत्र में शिकायत करो। इसके बाद परिवार वाले 13 मार्च को सीमापुरी थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। 19 मार्च को जब छावला पुलिस को एक लड़की की लाश मिली, तब परिवार को सूचना दी गई। इसके बाद कोमल के परिवार वाले ने शव की पहचान कोमल के रूप में की।
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