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Delhi Traffic Police: दिल्ली यातायात पुलिस ने सड़क हादसों को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट पेश की है। इस दौरान खुलासा हुआ है कि दिन के मुकाबले रात में ज्यादा हादसे होते हैं। 

Delhi Traffic Police: ये तो हम सभी जानते हैं कि दिल्ली की सड़कों पर सुबह और शाम के समय ज्यादा भीड़भाड़ होती है, लेकिन हादसे अधिकतर रात के समय होते हैं, जब दिल्ली की सड़कें खाली होती हैं। इसी तरह दिन से ज्यादा रात के समय में ही मौतें भी ज्यादा होती हैं। यातायात नियमों का उल्लंघन ही इन हादसों की वजह होता है। रात के समय तेज रफ्तार व नशे में चूर होकर गाड़ी चलाना, रेड लाइट तोड़ना, कार सवार, ट्रक, बस आदि भारी वाहनों के चालकों के नियमों का उल्लंघन करने के कारण ही ऐसे हादसे होते हैं। इन हादसों की चपेट में अधिकतर पैदल यात्री, साइकिल सवार और दोपहिया वाहन यात्री आते हैं। 

क्या कहते हैं यातायात पुलिस के आंकड़े?

अक्सर देखने को मिलता है कि रात में मौज मस्ती के लिए निकले लोग लापरवाही से वाहन चलाते हैं। उनकी लापरवाही के कारण लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है। दिल्ली में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर यातायात पुलिस ने आंकड़ा जारी किया है, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्च में सामने आया है कि साल 2023 में रात के समय सड़क हादसों की संख्या 803 थी, जिनमें 822 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 2024 में पेश की गई रिपोर्ट में 845 सड़क हादसों का जिक्र था, जिसमें 876 लोगों की जान गई थी। 

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लापरवाही और नशे में गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई

यातायात पुलिस के एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस सत्यवीर कटारा ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि रात के समय ज्यादातर लोग नशे की हालत में कार चलाते हैं। पैदल यात्री और दोपहिया वाहन सवार इनकी चपेट में आते हैं। इन हादसों की संख्या में कमी करने के लिए लापरवाही से वाहन चलाने वालों और नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिसकर्मियों द्वारा नाइट पेट्रोलिंग भी की जाती है, ताकि ऐसे लोगों पर लगाम लगाई जा सके।

दिन के मुकाबले रात में सड़क हादसे ज्यादा क्यों?

  • विशेषज्ञों की मानें, तो रात के समय यातायात पुलिसकर्मी सड़कों पर तैनात नहीं रहते, जिसका लोग फायदा उठाते हैं। 
  • रात के समय कार चालक और भारी वाहन चालक नशे की हालत में वाहन चलाते हैं, जिसके कारण हादसे ज्यादो हाते हैं। 
  • बहुत से लोगों को रात के समय गाड़ी चलाके हुए झपकी आ जाती है, जिसके कारण हादसे होते हैं। 
  • रात के समय सड़क खाली देखकर लोग ओवरस्पीड में गाड़ी चलाते हैं, जो हादसों का कारण बनते हैं। 
  • विजिबिलिटी कम होने के कारण हादसे होने का खतरा बना रहता है। 
  • कुछ सड़कों पर हाई मास्ट लाइटों के काम न करने से होने वाले अंधेरे के कारण भी लोग हादसों के शिकार हो जाते हैं। 

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