Delhi Metro Annual Report: कोरोना महामारी से आई मंदी के बाद अब एक बार फिर दिल्ली की लाइफ लाइन कही जाने वाली मेट्रो तेजी से दौड़ने लगी है। दिल्ली मेट्रो को बीते साल 2022-23 में करोड़ों रुपये का मुनाफा हुआ है। इसकी जानकारी डीएमआरसी की वार्षिक रिपोर्ट से सामने आई है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) के अनुसार, इस दौरान यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।
कोरोना काल में हुआ था भारी नुकसान
दरअसल, दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) को कोरोना काल में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था, क्योंकि मेट्रो को क्षमता से कम यात्रियों के साथ परिचालन करना पड़ा। जिसके चलते दिल्ली मेट्रो घाटे में चली गई थी। हालांकि, कोरोना से पहले वर्ष 2019-20 में डीएमआरसी को 758.01 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इसके पहले डीएमआरसी को 1024.24 करोड़ का फायदा हुआ था।
पिछले वर्ष 59.87 करोड़ का हुआ मुनाफा
वहीं, कोरोना महामारी के चलते 22 मार्च, 2020 से छह सितंबर तक मेट्रो का सीमित यात्रियों के साथ परिचालन होने से 1761.23 करोड़ का नुकसान हुआ था। कोरोना के बाद मेट्रो को थोड़ी राहत जरूर मिली थी। इस दौरान वर्ष 2021-22 में मेट्रो को 1250.92 करोड़ का घाटा हुआ, लेकिन इसके बाद मेट्रो का परिचालन सामान्य होने से डीएमआरसी ने रफ्तार पकड़ी और वर्ष 2022-23 में डीएमआरसी को 59.87 करोड़ का मुनाफा हुआ।
यात्रियों की संख्या में हुई बढ़ोतरी
हालांकि, वर्ष 2022-23 में मेट्रो का परिचालन सामान्य हुआ और इस दौरान यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में वित्त वर्ष 2023-24 में डीएमआरसी के राजस्व और यात्रियों की संख्या में और अधिक बढ़ोतरी हुई है। कोरोना के बाद वर्ष 2022-23 में यात्रियों की संख्या बढ़कर 40 लाख 63 हजार हो गई। वहीं, कोरोना से पहले प्रतिदिन मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या औसतन 50 लाख 16 हजार थी। इस वर्ष यह आंकड़ा भी पार हो चुका है।
पांच सालों में मेट्रो की कमाई और खर्च
वर्ष | कुल आमदनी | कुल खर्च | परिचालन से आमदनी | परिचालन का खर्च |
2022-23 | 6645.06 | 5833.81 | 3633.18 | 3573.31 |
2021-22 | 4677.01 | 5108.05 | 1975.99 | 3226.91 |
2020-21 | 3289.20 | 3945.39 | 876.98 | 2638.21 |
2019-20 | 7014.69 | 4911.97 | 3897.29 | 3139.28 |