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डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के दृष्टि कोचिंग सेंटर को भी बंद कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि जिस वर्धमान मॉल में यह सेंटर चलाया जा रहा था। उसकी गतिविधियों के बारे में जानने के लिए MCD ने डीडीए को 9 बार पत्र भी लिखा था।

Drishti IAS Coaching Centre Sealed: दिल्ली के राजेंद्र नगर के राव आईएएस कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद कई कोचिंग सेंटर्स को सील कर दिया गया है। खबरों की मानें, तो डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर (Drishti IAS Sealed) को भी सील कर दिया गया है। 

दरअसल, डॉ. विकास दिव्यकीर्ति आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। दिव्यकीर्ति को UPSC के बेस्ट मेंटॉर्स में गिना जाता है। उन्होंने अपनी प्रोफेशनल लाइफ की शुरुआत एक शिक्षक के तौर पर की थी। वह पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे। विकास दिव्यकीर्ति ने साल 1996 में पहले ही प्रयास में  UPSC की परीक्षा पास कर ली थी। उन्हें गृह मंत्रालय में नियुक्ति मिली थी। इसके बाद उन्होंने 2 बार फिर से UPSC की परीक्षा दी थी। हालांकि, उन्हें सफलता नहीं मिल पाई। 

एक साल में ही दे दिया था नौकरी से इस्तीफा 

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति  ने अपने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था कि उन्होंने एक साल में ही देश की टॉप सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने साल 1999 में दृष्टि आईएएस कोचिंग की स्थापना की थी। यहां वो यूपीएससी एस्पिरेंट्स को पढ़ाते हैं। उनके पढ़ाए हुए हजारों छात्र आज आईएएस और आईपीएस अधिकारी हैं। जिनकी जिंदगी पर किताबें लिखी जा चुकी हैं और फिल्म भी बन चुकी है।

12वीं फेल फिल्म में किया था कैमिया 

 डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने हाल ही में सुपरहिट फिल्म '12वीं फेल’ में कैमियो किया था। वह हरियाणा के रहने वाले हैं। वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थे। उनके माता-पिता हिंदी साहित्य के प्रोफेसर थे। ये ही वजह है कि विकास का लगाव भी हिंदी की तरफ ज्यादा रहा।

27 जुलाई को हुई थी तीन यूपीएससी एस्पिरेंट्स की मौत

बता दें कि 27 जुलाई की शाम को राजेंद्र नगर के राव आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में कई फुट पानी जमा हो गया था। इसकी वजह से तीन यूपीएससी एस्पिरेंट्स की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में कई यूपीएसई की तैयारी कर रहे कोचिंग सेंटर को बंद कर दिया।

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