Delhi Electricity Demand: दिल्ली में गर्मियों के इस सीजन में गुरुवार 16 मई, 2024 को बिजली की मांग का आंकड़ा 6800 मेगावाट के करीब दर्ज हुआ, जो 2023 में मई महीने की खपत में 100 प्रतिशत की रिकॉर्ड बढ़ोतरी है। इस बारे में निजी बिजली कंपनी बीएसईएस के प्रवक्ता सी पी कामत ने बताया कि गर्मियों के इस सीजन में दिल्ली में बिजली की मांग 6780 मेगावाट तक पहुंच गई।
दिल्ली में बढ़ी बिजली की मांग
इसमें बीएसईएस की इकाई बीआरपीएल क्षेत्र में मांग 2861 मेगावाट और बीवाईपीएल एरिया में मांग का आंकड़ा 1488 मेगावाट तक पहुंचा, जिसको सफलतापूर्वक पूरा किया गया। प्रवक्ता की मानें, तो मई 2024 के पहले 16 दिनों में दिल्ली की अधिकतम बिजली की मांग मई 2023 की तुलना में 100 प्रतिशत अधिक दर्ज हुई है।
6780 मेगावाट दर्ज हुई बिजली की मांग
पिछले वर्ष मई के पहले 16 दिनों में दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग 5781 मेगावाट दर्ज हुई थी, जबकि 23 अप्रैल की तुलना में 24 अप्रैल में बिजली की मांग संबंधित दिनों में 83 प्रतिशत अधिक है। कामत ने बताया कि एसएलडीसी के आंकड़ों के अनुसार 16 मई 2024 को दोपहर 3:26 बजे बिजली की मांग का आंकड़ा 6780 मेगावाट दर्ज हुआ था। यह ध्यान देने योग्य है कि मई 2024 के अब तक प्रत्येक दिन, दिल्ली की अधिकतम बिजली की मांग मई 2023 की तुलना में अधिक है।
उन्होंने बताया कि 2023 के अप्रैल की तुलना में अप्रैल 2024 के दौरान भी दिल्ली में बिजली की मांग में बढ़ोतरी स्पष्ट दर्ज हुई। जहां अप्रैल 2024 में दिल्ली में अधिकतम बिजली की मांग 3809 मेगावाट और 5447 मेगावाट के बीच थी। वहीं, अप्रैल 2023 के दौरान दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग 3388 मेगावाट और 5422 मेगावाट के बीच थी। वास्तव में, अप्रैल 2024 के दौरान, अधिकतम बिजली की मांग अप्रैल 2023 की तुलना में 83 प्रतिशत संबंधित दिनों में अधिक थी, जिसमें 32 प्रतिशत तक का अंतर था।
पिछले साल दिल्ली में बिजली मांग 7438 मेगावाट रही
उन्होंने बताया कि गर्मियों के मौसम में एयर कंडीशनिंग सिस्टम व कूलर पंखे जैसे उपकरणों का उपयोग ज्यादा होता है। कामत ने बताया कि एयर कंडीशनिंग सिस्टम से किसी घर या कंपनी का वार्षिक 30-50 प्रतिशत खर्च बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि एसएलडीसी के आंकड़ों के अनुसार 2022 में 7695 मेगावाट की रिकॉर्ड बिजली मांग के बाद, 2024 की गर्मियों के दौरान दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग पहली बार 8000-8200 मेगावाट के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकती है। पिछले साल दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग 7438 मेगावाट रही थी।