Delhi Excise Policy: दिल्ली शराब घोटाला मामले में पहली बार पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह दोनों को एक साथ राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। बता दें कि संजय सिंह और मनीष सिसोदिया की आज न्यायिक हिरासत की अवधि खत्म हो रही है। जिसके चलते दोनों को एक साथ कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों नेताओं की न्यायिक हिरासत 20 जनवरी तक बढ़ा दी है।
दरअसल, कथित दिल्ली शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया को पिछले साल फरवरी में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। शराब घोटाला 2021-22 में दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति से संबंधित है। इसको लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, जिसके बाद दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति रद्द कर दिया था।
सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से भी लग चुका झटका
शराब घोटाले से संबंधित भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में मनीष सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उन्हें सुप्रीम कोर्ट से भी झटका लग चुका है। सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एसवीएन भट्टी की पीठ ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिकाएं खारिज की थीं।
संजय सिंह भी जेल में बंद
वहीं, ईडी ने आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को दिल्ली शराब घोटाला में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह जेल में बंद हैं। हालांकि, बीते दिनों सांसद संजय सिंह को आगामी राज्यसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए अनुमति दी गई थी। ईडी का आरोप है कि संजय सिंह ने रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 बनाने और लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिससे शराब निर्माताओं, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं को लाभ हुआ था, लेकिन संजय सिंह ने इन सभी आरोपों का खंडन किया है।