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गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने नोएडा के सेक्टर 63 में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया। इस दौरान पुलिस ने नौ महिलाओं समेत 76 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 

Noida Crime News: गौतमबुद्धनगर के सेक्टर 63 थाना पुलिस, क्राइम रेस्पांस टीम और स्वाट टीम ने नोएडा सेक्टर 63 के ए ब्लॉक में डेढ़ महीने से चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस फर्जी कॉल सेंटर से चार सरगना समेत 76 लोगों को गिरफ्तार किया है और इनमें नौ महिलाएं भी शामिल हैं। ये लोग विदेशी नागरिकों के साथ फर्जी पार्सल भेजने, टेक सपोर्ट और लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। 

विदेशी नागरिकों को बनाते थे शिकार

ये लोग विदेशी नागरिकों से गिफ्ट कार्ड और चेक आदि की डिटेल लेकर ब्लॉगर के माध्यम से ठगी कर रहे थे। हवाला के माध्यम से कॉल सेंटर के मालिकों को रकम मिल रही थी। जांच में पता चला कि इन चार सरगनाओं में शामिल तीन सरगना पहले भी जेल की हवा खा चुके हैं। 

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गोपनीय सूचना के आधार पर की गई छापेमारी

इस मामले को लेकर डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्तिमोहन अवस्थी ने बताया कि उन्हें गोपनीय सूचना मिली थी, जिसके आधार पर सीआरटी, स्वाट और नोएडा सेक्टर 63 की पुलिस ने सेक्टर 63 के ए199 में चल रही इंस्ट्रा सॉल्यूशन के नाम पर कॉल सेंटर पर छापेमारी की। पुलिस ने वहां से 67 पुरुष व नौ महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।

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कैसे बनाते थे शिकार

स्टाफ कर्मी अमेजन के नाम पर फर्जी पार्सल डिलीवर होने के नाम पर पता चेंज करने, कंप्यूटर में वायरस के नाम पर टेक सपोर्ट और पे-डे कंपनी के नाम पर लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे और उनका शिकार होते थे विदेशी नागरिक। स्टाफकर्मियों की सैलेरी 12 हजार रुपए से 36 हजार रुपए तक है। अगर कॉल सक्सेस हो जाती थी, तो कॉल सेंटर संचालक स्टाफ कर्मियों को 100 डॉलर इंसेंटिव देते थे।  

स्काईऐप के माध्यम से खरीदते थे डाटा

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि चारों पार्टनर स्काईऐप के माध्यम से यूएस के शातिरों से लोन लेने की तलाश कर रहे विदेशी नागरिकों का डाटा खरीदते थे और फिर यूएसडीटी में पेमेंट करते थे। फिर ये डाटा स्टाफकर्मियों को दिया जाता था। इसके बाद वो लोग सर्विस के नाम पर एप्पल, वॉलमार्ट, ई-बे के माध्यम से पेमेंट लेते थे। ये आरोपी लोन फर्जीवाड़ा, टेक सपोर्ट फर्जीवाड़ा और पार्सल फर्जीवाड़ा कर मोटी रकम छापते थे। 

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