आपने अक्सर सुना होगा कि खाना खिलाने के बाद ग्राहकों को मोटा बिल थमाकर ठग लिया जाता है। कई लोग उनकी दादागिरी देखकर खाने के बिल की भारी भरकम राशि का चुपचाप भुगतान कर देते हैं, वहीं कुछ लोग इसका विरोध करते हैं। आपने कई ऐसे वीडियो देखे होंगे, जहां बिल की गलत राशि को लेकर भारी हंगामा और मारपीट तक हो जाती है। सोशल मीडिया पर हजारों की संख्या में कई वीडियो हैं, जहां लोगों को नसीहत दी जाती है कि फलां रेस्टोरेंट या ढाबे का खाना नहीं खाना चाहिए क्योंकि वो बिल के नाम पर ग्राहकों से ठगी करते हैं।
आज हम दिल्ली के ऐसे कैफे के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कि फर्जी शब्द का इस्तेमाल कर दिनदहाड़े ठगी कर रहे हैं। खास बात है कि ठगे जाने वाले लोग पुलिस के पास इस कैफे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की बजाए सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ करते नजर आते हैं। तो चलिये बताते हैं कि इसके पीछे का राज...
पैसों की नहीं दिलों की ठगी का खेल
कनॉट प्लेस स्थित फर्जी कैफे पैसों की ठगी नहीं बल्कि लोगों के दिलों को ठगता है। इस कैफे के व्यंजनों का स्वाद एक बार चख लिया तो आप भी वहां बार-बार जाने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। यहां उत्तर भारतीय व्यंजनों के साथ ही फास्ट फूड की तमाम वैरायटी उपलब्ध हैं। विशेषकर यहां की बिरयानी, कबाब और बर्गर के अलावा डेसर्ट और पेय के लिए खासी पसंदीदा जगह है। यह कैफे रात 12 बजे से सुबह 12:30 बजे तक खुला रहता है।
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इस रेस्टोरेंट का नाम फर्जी क्यों?
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इसका नाम फर्जी कैफे क्यों रखा है, तो चलिये इसके पीछे की वजह भी बता देते हैं। दरअसल, इस कैफे में वैश्विक और भारतीय व्यंजनों का मिश्रण कर बेहतरीन डिशेज को पेश किया जाता है। केवल व्यंजनों में ही नहीं बल्कि इसका असर यहां की डिजाइनिंग पर भी दिखता है। कभी इस फर्जी कैफे में जाना हो, तो यहां के मार्गरिटा और अन्यों के साथ फर्जी शैली में पेश किए जाने वाले पेय का आनंद अवश्य लेना। दावा है कि अगली बार फैमिली या दोस्तों के साथ यहां दोबारा आने को मजबूर हो जाएंगे।