Ghaziabad News: गाजियाबाद की 60 से ज्यादा सोसायटी और कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स को भूगर्भ जल विभाग ने नोटिस भेजा है। इन सोसायटीज और कॉम्प्लेक्स से एक महीने के अंदर जवाब मांगा गया है और जवाब न देने पर बोरवेल सील कर जुर्माना लगाने के लिए भी कहा गया है।
दरअसल, गाजियाबाद में आधे से भी कम इलाकों में गंगाजल और भूजल की आपूर्ति की जाती है लेकिन दूसरे इलाकों के लोग बोरवेल की मदद से जल आपूर्ति करते हैं। गाजियाबाद डार्क जोन में आता है और यहां बोरवेल कराने के लिए भूगर्भ जल विभाग से एनओसी लेनी पड़ती है। जो लोग एनओसी लेते हैं उन्हें जमीन से निकाले गए पानी के लिए रिचार्ज करना होता है। कठिन प्रोसेस होने के कारण लोग विभाग से बिना एनओसी लिए ही बड़े बोरवेल से पानी निकाल कर उसका इस्तेमाल करते हैं। इस मामले में भूगर्भ जल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गाजियाबाद में 76 जगहों पर भूजल दोहन करने की शिकायत मिली।
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जांच करने पर 61 जगहों की पुष्टि की गई। एनओसी न लेने वाली सभी सोसायटी और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स को नोटिस जारी कर दिया गया है। नोटिस के बाद भी अगर सोसायटी और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के मालिक एनओसी के लिए आवेदन नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा।
100 से ज्यादा सोसायटी में नहीं पहुंची गंगाजल वाटर सप्लाई
गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक और राजनगर एक्सटेंशन में 100 से ज्यादा सोसायटी ऐसी हैं, जहां पर अब तक गागंजल की सप्लाई नहीं पहुंची है। ऐसे में इन इलाकों में रह रहे लाखों लोग जल आपूर्ति के लिए भूजल का इस्तेमाल करते हैं। सोसायटी के लोग जीडीए (गाजियाबाद डेवेलपमेंट ऑथोरिटी) से कई बार गंगाजल सप्लाई की मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई है। ऐसे में उन्हें मजबूरीवश भूजल का इस्तेमाल करना पड़ता है।
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