LG Letter To CM Arvind Kejriwal: दिल्ली में पानी पर हुई हत्या के बाद एक बार फिर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल के नाम खुला पत्र लिखा है। एलजी ने सीएम को पत्र में साफ लिखा कि गलत जल आपूर्ति को ठीक करने के बजाय, आपने और आपके मंत्रियों ने मुफ्त पानी के नाम पर लोगों को धोखा देना और उन्हें भ्रम में रखा है। अब आप और आपके मंत्रियों ने लोगों भ्रमित करने को एक कला के रूप ले लिया।
एलजी ने सीएम को लिखा पत्र
उपराज्यपाल ने लिखा कि आपकी मंत्री द्वारा लिखे गए नोट से प्रथम दृष्टया यह स्वीकार करना है कि गत 10 वर्षों से अपराध, निष्क्रियता और अक्षमता हो रही है। एलजी ने पत्र में लिखा कि यमुनापार की यह घटना सिर्फ पहली नहीं है, पानी को लेकर इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जो मुख्य रूप से आपकी सरकार की विफलता के कारण हुई हैं।
मंत्री की अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़ाने की कोशिश
एलजी के अनुसार, उन्होंने मजबूरी में लिखे खुले पत्र में कहा है कि जलापूर्ति, घाटे आदि को लेकर आपकी जल मंत्री आतिशी ने एक बार फिर मुख्य सचिव, डीजेबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व अन्य अधिकारियों को निशाना बनाकर अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़ाने की कोशिश की है।
उन्होंने लिखा कि जब डीजेबी खुद स्वीकार कर रहा है कि उसे वित्त विभाग ने 2015 से 28 हजार 400 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बावजूद इसके हैरानी है कि इतनी भारी मात्रा में फंड देने के बावजूद डीजेबी की संचित ऋण और ब्याज देनदारी 73 हजार करोड़ रुपये कैसे हो गए। डीजेबी अधिनियम 1998 की धारा 70 के तहत एक वैधानिक दायित्व है। ऐसा लगता है कि बैलेंस शीट तैयार न करना और सीएजी ऑडिट से बचना सार्वजनिक जवाबदेही से बचने की योजना का हिस्सा प्रतीत होता है।
उन्होंने लिखा कि यमुनापार में पानी का लेकर हुई मौत दुखद है, जिसको लेकर मंत्री द्वारा लिखा पत्र मुझे आज तक नहीं मिला, लेकिन सोशल मीडिया में उसी दिन पहुंच गया। उन्होंने लिखा कि आपकी मंत्री ने एक महिला की मौत का इस्तेमाल संकीर्ण और पक्षपातपूर्ण राजनीतिक लक्ष्यों के लिए करना चुना है, जबकि पुलिस अभी भी दुखद मौत की परिस्थितियों की जांच कर रही है।