Delhi: रानी झांसी रोड़ स्थित प्रसिद्ध झंडेवालान मंदिर के प्रबंधकों द्वारा मेन रोड पर बनाए गए प्रवेश द्वार को हटाने पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने उन्हें धन्यवाद करते हुए इसे एक उदाहरण बताया है। उपराज्यपाल ने मंदिर प्रबंधकों से एक अपील करते हुए कहा था कि अगर मेन रोड पर बने मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वारा को हटा लेते हैं, तो इससे यातायात बाधित होने से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा।
एलजी ने मंदिर प्रशासन का किया धन्यवाद
एलजी की अपील के बाद मंदिर प्रबंधकों ने आगे बढ़कर मंदिर के प्रवेश द्वार को स्वयं हटा दिया। प्रवेश द्वार हटाने के दूसरे दिन रविवार को उपराज्यपाल ने पुन: अपने सोशल मंच एक्स पर फोटो व वीडियो क्लिप पोस्ट करके लिखा कि एक और सराहनीय स्वैच्छिक कदम में, माता झंडेवालान मंदिर प्रबंधन अब मंदिर के बगल की सड़क पर अतिक्रमण करने वाले शेड भी हटा रहा है।
उन्होंने लिखा कि इसके साथ ही रानी झांसी मार्ग और डीबी गुप्ता रोड के बीच संपर्क मार्ग मुक्त हो जाएगा। इससे यहां भीड़भाड़ और यातायात की गतिशीलता में उल्लेखनीय सुधार होगा। सनद रहे कि इससे पहले शनिवार को भी एलजी ने मंदिर के गेट को हटाने का वीडियो पोस्ट कर लिखा था कि मेरी अपील पर प्रबंधकों ने स्वयं प्रवेश द्वारा हटाया, इसके लिए धन्यवाद।
नागरिक भावना को मेरा सलाम- उपराज्यपाल
बता दें कि रानी झांसी मार्ग स्थित झंडेवालान मंदिर प्रशासन ने फुटओवर ब्रिज को रास्ता देने के लिए मंदिर का गेट तोड़ दिया था। इसको लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर इस कदम की सराहना की। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा था कि इस संबंध में मंदिर से अनुरोध किया था। जिसके बाद प्राचीन झंडेवालान मंदिर ने स्वयं ही अपने गेट को तोड़ दिया, ताकि फुटओवर ब्रिज के लिए रास्ता मिल सके।
एलजी ने आगे लिखा कि इस कदम से ईदगाह, सदर बाजार, आजाद मार्केट, मॉडल बस्ती, पुल बंगश और मोतिया खान जैसे भारी भीड़भाड़ वाले इलाकों के लोगों और यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। मंदिर प्रबंधन की नागरिक भावना को मेरा सलाम।