Famous Shiva Temple of Delhi: हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का बहुत ही महत्व है। इस बार महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च, 2024 को रखा जाएगा। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। महाशिवरात्रि के दिन शिव मंदिरों में भोलेनाथ के भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रहती है। इस दिन लोग सुबह-सुबह ही शिव मंदिरों में पहुंचने लगते हैं। वैसे देशभर में भगवान भोलेनाथ के कई मंदिर हैं, लेकिन दिल्ली में भी कई ऐसे ऐतिहासिक शिव मंदिर है, जहां हर भक्त की मनोकामना पूरी होती है। तो चलिये बताते हैं दिल्ली के प्रसिद्ध और ऐतिहासिक शिव मंदिरों के बारे में...
शिव मंदिर गुफा वाला, प्रीत विहार
महाशिवरात्रि पर आप अपने पूरे परिवार के साथ दिल्ली के इस गुफा मंदिर में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। यह मंदिर गुफा के अंदर बना हुआ है। इस मंदिर में साल भर भक्तों की भारी भीड़ रहती है और महाशिवरात्रि के दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं आते हैं। अगर आप भी महाशिवरात्रि के मौके पर यहां जाना चाहते हैं, तो आपको प्रीत विहार या निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन उतरना होगा।
श्री गौरी शंकर मंदिर, चांदनी चौक
चांदनी चौक रोड पर स्थित प्रसिद्ध श्री गौरी शंकर मंदिर दिल्ली के सबसे पुराने और सबसे फेमस शिव मंदिरों में से एक है। बता दें कि मंदिर में एक 800 साल पुराना लिंगम है। इस मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ सोमवार को रहती है। महाशिवरात्रि के दिन मंदिर के बाहर लोग रात से ही लाइनों में लग जाते हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर गौरी शंकर मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। अगर आप भी महाशिवरात्रि के दिन अपने पूरे परिवार के साथ घूमना चाहते हैं, तो 8 मार्च को गौरी शंकर मंदिर में जरूर जाएं। इस मंदिर में जाने के लिए सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन लाल किला है।
श्री शिव दुर्गा मंदिर, पंजाबी बाग
अगर आप भी महाशिवरात्रि के मौके पर दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिरों में घूमना चाहते हैं, तो दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में भगवान शिव को समर्पित श्री शिव दुर्गा मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना साल 1983 में हुई थी। महाशिवरात्रि, शिवरात्रि के मौके पर इस मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जाता है। इस मंदिर में जाने के लिए आपको पंजाबी बाग मेट्रो स्टेशन पर उतरना होगा।
श्री शिव शक्ति मंदिर, इंद्रप्रस्थ
श्री शिव मंदिर भगवान शिव और दुर्गा को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण 1978 में हुआ था। बता दें कि मंदिर के अंदर सांस्कृतिक, धार्मिक और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह मंदिर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 3 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है। महाशिवरात्रि के दिन सुबह से ही भक्तों की भारी होने लगती है।