NDMC News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद दिल्ली के नगर निकायों ने सभी झंडों को इज्जत से हटाने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली नगर निगम (MCD) और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) ने अपने निर्देश में कहा है कि भगवान राम की छवि वाले झंडे नियमों के मुताबिक ही दिल्ली के व्यापारिक संगठन हटाएं। रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर दिल्ली में जगह-जगह पर झंडे लगाए गए थे।
एनडीएमसी ने राष्ट्रीय ध्वज लगाने के दिए निर्देश
एनडीएमसी ने 24 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय ध्वज लगाने की दिशा में निर्देश जारी किए हैं। वहीं, एमसीडी ने इस पर अभी तक कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं। एनडीएमसी ने झंडों के व्यवस्थित तरीके से निपटान के लिए आम लोगों और दिल्ली ट्रेडर्स संगठनों के लोगों के लिए एक केंद्रीकृत नंबर और मोबाइल एप्लिकेशन भी जारी किया है। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे नागरिक निकाय द्वारा शासित क्षेत्र में 14 स्थानों पर स्थित एनडीएमसी के स्वच्छता कार्यालयों में झंडे जमा करवाएं।
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राजधानी के 700 बजारों में 10 लाख झंडे लगे थे
एनडीएमसी के अधिकारी ने बताया कि एमसीडी और एनडीएमसी ने भगवान राम और हनुमान की तस्वीरों वाले झंडों और बैनरों को सावधानी से हटाने की अपील की है। दिल्ली में 800 व्यापारिक संगठनों की संस्था चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के अनुसार रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर राजधानी के 700 बजारों में 10 लाख झंडे लगाए गए थे।
नगर निकायों के अफसरों ने दी जानकारी
नगर निकायों के अफसरों के मुताबिक, भगवान राम की तस्वीरों वाले झंडों, पोस्टरों और बैनरों पर नजर रखें। इन झंडों को सड़क पर गिरने से बचाने के लिए उतार दें। वहीं एमसीडी के अधिकारी ने बताया कि हमने सभी स्वच्छता अधिकारियों को ऐसे पोस्टरों, बैनरों पर नजर रखें और उनका सम्मानपूर्वक निपटान कराने में सहयोग करें। इससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन झंडों की वजह से किसी की धार्मिक भावनाएं आहत न हों।