Bus Marshal Protest: नौकरी से हटाए गए करीब 10 हजार से ज्यादा बस मार्शलों ने गुरुवार को अपनी मांगों के समर्थन में केजरीवाल सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के नजफगढ़ स्थित कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करते हुए ताला जड़ दिया। महिला पुरुष प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्री गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कार्यालय के बाहर जड़ा ताला
प्रदर्शनकारी रैली के रूप में मंत्री गहलोत के स्थानीय कार्यालय पर पहुंचे और अपनी बहाली की पुरजोर मांग रखी। प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रकट करते हुए मंत्री गहलोत के कार्यालय के बाहर ताला भी लगा दिया। हालांकि, बाद में उसे खोल दिया गया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने कहा कि लोकतंत्र की लड़ाई लड़ने की बात कहकर सत्ता में आने वाली सीएम केजरीवाल आज तक हमसे मिले तक नहीं हैं।
एक मार्शल ने पूछा कि क्या यह लोकतंत्र की हत्या नहीं है कि केजरीवाल ने एक साथ 10 हजार 700 से ज्यादा मार्शलों को नौकरी से हटा दिया है। क्या यह लोकतंत्र की हत्या नहीं है कि दिल्ली जैसे शहर में महिलाओं की सुरक्षा में तैनात मार्शलों को हटाकर उनकी जान खतरे में डाली गई है।
मांग पूरा होने तक करते रहेंगे विरोध
प्रदर्शनकारियों ने पूछा कि केजरीवाल बताए कि उन्हें हटाए गए हजारों बस मार्शलों के धरने प्रदर्शन से नफरत क्यों है, आखिर क्या कारण है कि उन्होंने हमारी कोई सुध अभी तक नहीं ली। मार्शलों ने कहा है कि हम ऐसे ही अलग-अलग मंत्रियों के कार्यालय व घरों के बाहर अपनी मांगों के पूरा होने तक विरोध प्रकट करते रहेंगे।
एक अन्य मार्शल ने कहा कि हमें हटाए हुए करीब तीन महीने हो चुके हैं और प्रदर्शन को भी इतना ही समय होने के बाद भी कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया गया। इन प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हमारी मुख्य मांग यही है कि हमें हमारा रोजगार वापस दिया जाए। जो हमारे साथी इस प्रदर्शन आदि में शहीद हुए उनके परिवार को उचित मुआवजा और जो घायल हुए उन्हें आर्थिक मदद पहुंचाए।