Fake Passport Agent: आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने पंजाब के एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम गुरजंत सिंह है। 2021 के मामले में आरोपी वांटेड था। पुलिस के अनुसार, गुरजंत एक ऐसे सिंडिकेट में शामिल था जो पैसे लेकर लोगों को विदेश भेजने के लिए दूसरे व्यक्ति के पासपोर्ट की व्यवस्था करता था।
दस्तावेजों की जांच में हुआ खुलासा
पुलिस के अनुसार, 21/22 जनवरी, 2021 की मध्यरात्रि में एक भारतीय यात्री फ्लाइट से अम्मान, जॉर्डन से शारजाह होते हुए आईजीआई हवाई अड्डे पहुंचा था। जांच में यात्री ने जगराज सिंह पुत्र जीत सिंह के नाम से जारी पासपोर्ट दिखाया। यात्रा दस्तावेजों की जांच करने पर जब उसके फोटो का मिलान पासपोर्ट के फोटो से किया गया, तो वह मेल नहीं खाया।
आगे की जांच के दौरान, यह पता चला कि यात्री मार्च 2018 में जॉर्डन चला गया था। पूछताछ करने पर उसने अपना वास्तविक नाम राजिंदर सिंह पुत्र केवल सिंह निवासी संगरूर, पंजाब बताया था। केस दर्ज कर आगे की जांच हुई तो एजेंट की भूमिका का खुलासा हुआ। गुरजंत सिंह नाम के एजेंट ने जॉर्डन की यात्रा के लिए एक लाख रुपये के बदले पासपोर्ट की व्यवस्था की थी।
पहले भी कई एजेंट गिरफ्तार
इससे पहले भी आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने चेन्नई से संचालित पासपोर्ट और वीजा फ्रॉड सिंडिकेट में शामिल एजेंट को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एक यात्री और एक एजेंट को पहले गिरफ्तार किया जा चुका था। यह गिरोह लोगों को कमीशन लेकर विदेश भेजने के नाम पर ठगता था। गिरफ्तार किए गए एजेंट का नाम करमजीत उर्फ विनोद है। आरोपी दिल्ली के कृष्णापुरी, तिलक नगर इलाके का रहने वाला है।
पुलिस के अनुसार, 24 फरवरी 2023 को करनबीर सिंह नामक शख्स को जर्मनी से डिपोर्ट किया गया था। यात्रा दस्तावेजों की जांच करने पर इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इसने रणजोध सिंह के नाम से नकली पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था। करनबीर सिंह को केस में गिरफ्तार किया गया था। उसने खुलासा किया था कि फ्रांस की यात्रा की व्यवस्था दो एजेंटों गुरजीत सिंह और करमजीत उर्फ विनोद ने 35 लाख रुपये के बदले की थी, जिसमें से 25 लाख का भुगतान नकद और उनके खातों में किया गया था।