Saurabh Bharadwaj on Electoral Bonds: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा 12 मार्च को चुनाव आयोग को सौंप दिया। अब चुनाव आयोग ने एसबीआई से मिली इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी जानकारी को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसको लेकर अब सियासत गरम गई है। सभी राजनीतिक दल बीजेपी पर हमलावर हैं। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने चुनावी बांड को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला।
भाजपा को मिले 6,000 करोड़ के चुनावी बांड
सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भाजपा को 6,000 करोड़ रुपये से अधिक के चुनावी बांड मिले। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो उसे सारी जानकारी खुद मुहैया करानी चाहिए थी। चुनाव आयोग और एसबीआई पर केंद्र सरकार द्वारा जितना संभव हो सके विवरण छिपाने के लिए दबाव डाला गया है। भारद्वाज ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने भाजपा के इस फैसला का विरोध किया। लेकिन फिर भी केंद्र सरकार ने इस स्कीम को लागू की थी।
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भारद्वाज ने केंद्र से पूछे ये सवाल
उन्होंने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट ने बॉन्ड को गैर संवैधानिक बता दिया है, ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि आखिर वो कौन सी कंपनियां थी, जिन्होंने राजनीतिक दलों को हजारों करोड़ रुपया दिया। आप नेता ने कहा कि जिन कंपनियों पर जांच एजेंसियों ने छापेमारे उन कंपनियों ने केंद्र सरकार को इलेक्टोरल बॉन्ड दिए। उन कंपनियों पर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने छापामारी की। इसके बाद उस कंपनी का पैसा इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में बीजेपी के पास पहुंचा। इसके साथ ही केंद्र सरकार से भारद्वाज ने कई सवाल भी पूछे हैं।