Saurabh Bhardwaj Inspects Night-Shelters: दिल्ली के शहरी विकास मंत्री एवं दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब विभाग के वाइस चेयरमैन सौरभ भारद्वाज ने गर्मी और हीट वेव के चलते डूसिब के सीईओ को निर्देश दिए हैं कि वह युद्ध स्तर पर दिल्ली के सभी रैन बसेरों में निरीक्षण करें और जहां कहीं भी व्यवस्था में कोई भी कमी पाई जाए, उसे तुरंत प्रभाव से दुरुस्त किया जाए। जहां कहीं भी पानी की व्यवस्था में कोई कमी नजर आए तुरंत ठंडे पानी की व्यवस्था की जाए और जहां कहीं भी हवा देने वाले वाटर एयर कूलर की समस्या नजर आए, तुरंत उस समस्या को दूर कर हवा देने वाले वाटर एयर कूलरों का इंतजाम किया जाए।
सौरभ भारद्वाज ने किया रेन बसेरों का औचक निरीक्षण
दिल्ली के शहरी विकास मंत्री एवं डूसिब विभाग के वाइस चेयरमैन सौरभ भारद्वाज ने सोमवार वार को बढ़ती गर्मी और हीट वेव के चलते दिल्ली के कई रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया। लगभग दोपहर 3 बजे के आसपास शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यह औचक निरीक्षण किया। इस औचक निरीक्षण के जरिए मंत्री सौरभ भारद्वाज रैन बसेरों में गर्मी और हीट वेव से बचने के पुख्ता इंतजामों की जांच की।
डूसिब के सीईओ को दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि रैन बसेरे में गर्मी से बचने के पर्याप्त साधन है या नहीं, लोगों के पीने के लिए पर्याप्त पानी है या नहीं तथा गर्मी से राहत देने वाले अन्य साधनों की पर्याप्त उपलब्धता है या नहीं। मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यह औचक निरीक्षण बिना किसी को बताए अकेले अचानक किया, ताकि परिस्थितियों की सत्यता का पता लगाया जा सके।
आज दोपहर क़रीब तीन बजे कई रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया। वैसे तो इन जगहों पर ठंडी हवा के कूलर और ठंडे पानी के वाटर डिस्पेंसर चल रहे थे, मगर CEO को निर्देश दिये हैं कि विभाग सुनिश्चित करे कि सभी जगह ये सुविधा उपलब्ध रहे। pic.twitter.com/d43RTiOYpw
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) June 3, 2024
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिन रैन बसेरों में उन्होंने औचक निरीक्षण किया, वहां पर जांच के दौरान उन्होंने पर्याप्त मात्रा में लोगों के लिए पीने का ठंडा पानी देने वाले वाटर डिस्पेंसर और ठंडी हवा के लिए वाटर एयर कूलर के पर्याप्त इंतजाम दिखे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में बहुत सारे अलग-अलग जगह पर रैन बसेरे बने हुए हैं, तो एहतियात बरतते हुए उन्होंने डूसिब विभाग के सीईओ को निर्देश जारी किए हैं, कि वह युद्ध स्तर पर दिल्ली के सभी रैन बसेरों में निरीक्षण करें और जहां कहीं भी व्यवस्था में कोई भी कमी पाई जाए, उसे तुरंत प्रभाव से दुरुस्त किया जाए।