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Delhi Crime: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज लॉरेंस बिश्नोई-काला राणा गैंग के शार्पशूटर प्रदीप सिंह को दिल्ली के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार किया।

Delhi Crime: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को आज लॉरेंस बिश्नोई-काला राणा गैंग (Lawrence Bishnoi gang) के शार्पशूटर प्रदीप सिंह को दिल्ली के रोहिणी इलाके से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। पुलिस की स्पेशल सेल ने उसके पास से अत्याधुनिक हथियार और जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। पुलिस शार्पशूटर से पूछताछ में जुटी हुई है। दिल्ली पुलिस को प्रदीप सिंह की काफी लंबे समय से तलाश थी। इस पर पहले से ही कई मामले दर्ज थे।

स्पेशल सेल के कमिश्नर ने दी जानकारी

दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ने मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि शूटर से पूछताछ में पता चला कि वह कुछ समय पहले ही इंस्टाग्राम के माध्यम से गैंगस्टर काला राणा और भानू राणा से जुड़ा था। इसको राष्ट्रीय राजधानी में आपराधिक एक्टिविटी के टास्क मिलने वाले थे। नॉर्दर्न रेंज के एसीपी राहुल कुमार सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर मनदीप और जयवीर की टीम ने इसका पता लगाया। 

गैंगस्टर काला राणा उर्फ वीरेंद्र प्रताप जो हरियाणा के यमुनानगर का रहने वाला है। उसने प्रदीप सिंह को इंस्टाग्राम के जरिए गैंग में शामिल किया था। उसके बाद यह भानु राणा के संपर्क में लाया गया। सिग्नल एप के माध्यम से बातचीत करके इसे वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली भेजा गया। उसके पास से दो सोफिस्टिकेटेड हथियार और 9 कारतूस बरामद किया गया। 

पूछताछ में सामने आया कि प्रदीप 2022 में पढ़ाई छोड़कर गुरुग्राम में अपने दोस्त के साथ उसके घर पर रहने लगा। वह इंस्टाग्राम पर गैंगस्टर काला राणा की रील देखता था और उसकी आपराधिक गतिविधियों से प्रेरित होता था। धालीवाल ने कहा, अगस्त 2023 में, उसने इंस्टाग्राम पर काला राणा को फॉलो करना शुरू किया और उसे संदेश भेजकर कहा कि वह प्रसिद्धि के लिए उसके गिरोह में शामिल होने को तैयार है। 

आपराधिक घटना को अंजाम देने से पहले दबोचा

30 दिसंबर, 2023 को भानु राणा ने उसे अगले 7-8 दिनों में अन्य सहयोगियों के साथ दिल्ली में एक आपराधिक घटना को अंजाम देने का काम दिया था। भानु राणा ने उन्हें यह भी बताया कि कुछ और लोग उनसे दिल्ली में मिलेंगे और टारगेट की जानकारी शेयर की जाएगी। इसके अलावा, आरोपियों को सेक्टर 24, रोहिणी में हथियारों की एक खेप मिली। स्पेशल सीपी ने कहा कि 3 जनवरी को, वह गिरोह के अन्य सदस्यों से मिलने के लिए सेक्टर 23, रोहिणी आया था, लेकिन अवैध हथियार और गोला-बारूद के साथ पकड़ा गया।    

इससे पहले भी कई शार्प शूटर्स को पुलिस ने पकड़ा

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते माह भी ऐसी ही कार्रवाई की थी। वसंत कुंज इलाके से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से एक का नाम अनीश और दूसरे की पहचान सीसीएल के रूप में हुई। ये दोनों साउथ दिल्ली के एक मशहूर 5-स्टार होटल के पास डकैती के लिए गोली चलाने वाले थे। वे पंजाब जेल में बंद अमित और अनमोल बिश्नोई के निर्देश पर काम कर रहे थे। अमित को यह निर्देश अनमोल बिश्नोई से मिला था। फायरिंग का मकसद रंगदारी वसूलना था। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया।

इससे पहले भी क्राइम ब्रांच ने 2 शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया था। दोनों पर पंजाब के फरीदकोट से पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के घर पर फायरिंग करने का आरोप था। गिरफ्तार शूटरों की पहचान आकाश कासा और नितेश के रूप में हुई। दोनों हरियाणा के सोनीपत और चरखी दादरी इलाके के रहने वाले थे। लॉरेंस बिश्नोई- गोल्डी बरार गैंग का बताया जा गया था। क्राइम ब्रांच ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था। इसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।

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