Whatsapp Trading Scam: उत्तरी जिले की साइबर पुलिस ने 23 लाख से ज्यादा की ठगी में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी व्हाट्सएप ट्रेडिंग स्कैम में शामिल थे। लोगों को स्टॉक मार्केट में निवेश पर हाई रिटर्न का झांसा देते थे। आरोपियों के नाम जय पाल (26) और भूपेन्द्र (24) है। दोनों जिला हनुमानगढ़, राजस्थान के रहने वाले हैं।
ट्रेडिंग में हाई रिटर्न का झांसा देकर ठगी
पुलिस के अनुसार, सुमित शर्मा नामक शख्स ने धोखाधड़ी वाली ट्रेडिंग स्कीम के झांसे में आकर 23 लाख 30 हजार रुपये की ठगी के संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। दरअसल, ठगों ने उन्हें मार्क बिलसन इंस्टीट्यूशनल स्ट्रैटेजिस्ट सेंटर नामक एक व्हाट्सएप ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ा गया था।
दो आरोपियों को जयपुर से दबोचा
समूह की वेबसाइट के माध्यम से शेयरों में निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया था। प्रारंभ में उन्हें छोटे निवेशों पर काफी लाभ प्राप्त हुआ। विश्वास बनने के बाद बड़ी राशि का निवेश कर दिया और ठगी का शिकार हो गए। पुलिस ने जांच शुरू की और दोनों आरोपियों को जयपुर से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी व्यक्तियों ने ठगी में संलिप्तता स्वीकार ली और खुलासा किया कि उन्होंने जालसाजों के एक बड़े नेटवर्क के साथ काम किया है।
आईएफएसओ ने किया था गिरोह का भंडाफोड़
इससे पहले मई में ही स्पेशल सेल की आईएफएसओ टीम ने धोखेबाजों के गिरोह का भंडाफोड़ किया था। आईएफएसओ ने गिरोह के 9 लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोपी ट्रेडिंग ऐप सीएचसी-एसईएस के माध्यम से उच्च रिटर्न का झांसा देकर निवेश के बहाने भोले-भाले लोगों को शेयर बाजार एक्सपर्ट बनकर चूना लगाते थे। इन्होंने चार लोगों से ही 2.38 करोड़ की ठगी की थी।
ट्रेडिंग के नाम करोड़ों की ठगी
डीसीपी हेमंत तिवारी के अनुसार, 17 जनवरी को विशाल सोढ़ी निवासी मोहन गार्डन की शिकायत प्राप्त हुई थी। ट्रेडिंग ऐप सीएचसी-एसईएस के माध्यम से निवेश के बहाने धोखाधड़ी की गई थी। इसी प्रकार की शिकायतें मनोज कुमार, राजबीर यादव और शैलेंद्र कुमार की भी प्राप्त हुई थी। आरोप लगाया गया था कि उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था, जहां उच्च रिटर्न के लिए ट्रेडिंग में निवेश कैसे करने के बारे में ऑनलाइन ट्यूटोरियल दिए गए थे।