Logo
Farmers Protest Updates: किसानों के 13 फरवरी को होने वाले प्रदर्शन से पहले केंद्र सरकार दूसरी बार किसान नेताओं से बातचीत करने का फैसला किया है। कल तीन केंद्रीय मंत्री किसान नेताओं से बातचीत करने के लिए चंडीगढ़ पहुंचेंगे।

Farmers March To Delhi Updates: किसानों के 13 फरवरी को 'दिल्ली चलो' मार्च के आह्वान पर हरियाणा में प्रशासन अलर्ट पर है। किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा बॉर्डर पर नाकाबंदी कर दी गई है। इसके साथ ही हरियाणा पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स की 50 कंपनियां तैनात कर दी हैं। हालांकि, किसानों को मनाने के लिए लगातार केंद्र सरकार कोशिश कर रही है। किसान नेताओं के साथ केंद्रीय मंत्रियों की पहली बैठक बेनतीजा थी, लेकिन इसके बाद अब एक बार फिर से 12 फरवरी को तीन केंद्रीय मंत्री और किसान नेताओं के बीच होनी तय हुई है। इसकी जानकारी किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने दी है। 

तीन केंद्रीय मंत्री कल किसान नेताओं से करेंगे मीटिंग  

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि केंद्र ने उनकी मांगों पर चर्चा के लिए उन्हें 12 फरवरी को आमंत्रित किया है। किसान नेता ने कहा कि तीन केंद्रीय मंत्री- पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत करने के लिए 12 फरवरी को चंडीगढ़ आएंगे। उन्होंने कहा कि यह बैठक किसानों के ‘दिल्ली चलो' मार्च से एक दिन पहले सेक्टर 26 में महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान में होगी। इसके साथ ही जगह-जगह हाईवे पर की जा रही बाड़ाबंदी और हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सेवा बंद करने पर पंधेर ने हरियाणा सरकार की निंदा की है।

इससे पहले 8 फरवरी को हुई थी मीटिंग

बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों की 3 सदस्यीय टीम ने 8 फरवरी को किसान संगठनों के नेताओं के साथ बातचीत की थी। बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि केंद्रीय मंत्रियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही दूसरे दौर की बैठक करेंगे। हालांकि, किसान नेताओं ने कहा कि 13 फरवरी को उनका प्रस्तावित 'दिल्ली चलो' कूच का फैसला अभी भी कायम है। इसको लेकर कल सोमवार को फिर से किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रीयों के साथ बातचीत होगी।

200 से अधिक किसान संघों ने मार्च का किया है ऐलान 

बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने कई मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 13 फरवरी को 200 से अधिक किसान संघों के साथ ‘दिल्ली चलो' मार्च की घोषणा की है। इसके बाद से केंद्र सरकार किसानों से बातचीत कर मनाने की कोशिश में जुट गई है। हालांकि, इसके साथ ही प्रशासन किसानों के धरने से पहले उन्हें रोकने के लिए पुलिस उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगी दिल्ली की सीमाओं पर बैरिकेड लगानी शुरु कर दी है।

हाईवे पर की जा रही बाड़ा बंदी 

इसके साथ ही सोशल मीडिया पर कई ऐसे भी फोटो और वीडियो सामने आएं है। जिसमें देखा जा रहा है कि बैरिकेडिंग के साथ-साथ हाईवे पर कील भी लगाई जा रही है। जिससे रास्ते से किसानों के ट्रैक्टर या वाहन न गुजर पाएं। उधर, अंबाला में शंभू बॉर्डर पर कंक्रीट ब्लॉक, कंटीले तार, रेत की बोरियां और बैरिकेड लगाकर पंजाब से प्रवेश बिंदु को सील कर दिया गया है। 

ये भी पढ़ें:- किसानों के दिल्ली मार्च से पहले गाजीपुर बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा, 5000 सुरक्षाकर्मी तैनात

हरियाणा पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

इस बीच हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। पुलिस के एडवाइजरी के मुताबिक एनएच-44 पर दिल्ली चंडीगढ़ हाईवे पर यात्रा कर रहे यात्री को यदि यातायात में कोई बाधा है तो ऐसी स्थिति में चंडीगढ़ से दिल्ली जाने के लिए डेराबस्सी, बरवाला/रामगढ़, साहा, शाहबाद, कुरूक्षेत्र के रास्ते अथवा पंचकूला, एनएच-344 यमुनानगर इंद्री/पिपली, करनाल होते हुए यात्री दिल्ली जा सकते हैं। 

वहीं, अगर चंडीगढ़ पहुंचना है तो इसके लिए करनाल, इंद्री/पिपली, यमुनानगर, पंचकूला होते हुए अथवा कुरूक्षेत्र, शाहबाद, साहा, बरवाला, रामगढ़ होते पहुंच सकते हैं. इसके साथ ही रास्ते में किसी तरफ की परेशानी होने पर डायल-112 पर संपर्क कर सकते हैं। हालांकि, पुलिस ने आग्रह किया है कि आंदोलन के दिन यात्रा करने से बचें।

5379487