Delhi University Convocation 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय आज 24 फरवरी को अपना 100वां वार्षिक दीक्षांत समारोह मना रहा है। इस समारोह में देश उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्यअतिथि शामिल हुए। उन्होंने 100वें वार्षिक दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने दिल्ली विश्वविद्यालय के मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया। समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हम शक्तिशाली हो सकते हैं, लेकिन हमें इस बात का संज्ञान होना चाहिए कि दुनिया हमें कैसे देखती है। क्या हमारे प्रति दुनिया की कोई अलग धारणा है? आज भारत एक प्रभावशाली वैश्विक देश के रूप में उभरा है।
Hon'ble Vice-President, Shri Jagdeep Dhankhar, who is the ex-officio Chancellor of the University of Delhi, presided over the 100th Annual Convocation of the University today.
— Vice President of India (@VPIndia) February 24, 2024
The Hon'ble Vice-President awarded gold medals to the meritorious students of the University of Delhi… pic.twitter.com/MebGUKixQG
भारत एक समान अवसर वाला देश
विद्यार्थीयों को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि जो भारत आपका इंतजार कर रहा है वह एक समान अवसर वाला देश है। आपके लिए आगे बढ़ने का एक मंच है। जो आपके वंश, संरक्षण, भाई-भतीजावाद या भ्रष्टाचार पर आधारित नहीं है, बल्कि प्रतिभा और कड़ी मेहनत पर आधारित है। युवा, प्रभावशाली दिमागों के लिए इससे अधिक फायदेमंद कुछ नहीं हो सकता। आपके पास समान अवसर है और आपको इसका फल अवश्य मिलेगा।
The India that awaits you is a level playing field.
— Vice President of India (@VPIndia) February 24, 2024
There is a platform for you to rise- based not on your lineage, patronage, nepotism, or corruption, but on talent and hard work!
Nothing can be more rewarding for young, impressionable minds.
You have a level playing field,… pic.twitter.com/4uf1d73TSy
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि कानून के समक्ष समानता लोकतंत्र के लिए सर्वोत्कृष्ट है। कानून के समक्ष समानता अब केवल एक संवैधानिक आदर्श नहीं है, बल्कि यह एक स्वीकृत वास्तविकता है। कानून को लागू करने की क्षमता और जवाबदेही नया मानदंड है। जो लोग कभी सोचते थे कि वे अभेद्य रूप से सुरक्षित हैं और कानून की पहुंच से परे हैं, वे अब इसकी मजबूत पकड़ में हैं। यह एक बड़ा बदलाव है।
The India you are entering is exploding with possibilities and significantly defining global order.
— Vice President of India (@VPIndia) February 24, 2024
And why not? We are home to one-sixth of humanity, with a civilisational depth of over 5000 years!
I appeal to you all: it's time to come out of silos, shake untenable… pic.twitter.com/pyu755ACsm
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