Delhi University Convocation 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय आज 24 फरवरी को अपना 100वां वार्षिक दीक्षांत समारोह मना रहा है। इस समारोह में देश उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्यअतिथि शामिल हुए। उन्होंने 100वें वार्षिक दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने दिल्ली विश्वविद्यालय के मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया। समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हम शक्तिशाली हो सकते हैं, लेकिन हमें इस बात का संज्ञान होना चाहिए कि दुनिया हमें कैसे देखती है। क्या हमारे प्रति दुनिया की कोई अलग धारणा है? आज भारत एक प्रभावशाली वैश्विक देश के रूप में उभरा है।
भारत एक समान अवसर वाला देश
विद्यार्थीयों को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि जो भारत आपका इंतजार कर रहा है वह एक समान अवसर वाला देश है। आपके लिए आगे बढ़ने का एक मंच है। जो आपके वंश, संरक्षण, भाई-भतीजावाद या भ्रष्टाचार पर आधारित नहीं है, बल्कि प्रतिभा और कड़ी मेहनत पर आधारित है। युवा, प्रभावशाली दिमागों के लिए इससे अधिक फायदेमंद कुछ नहीं हो सकता। आपके पास समान अवसर है और आपको इसका फल अवश्य मिलेगा।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि कानून के समक्ष समानता लोकतंत्र के लिए सर्वोत्कृष्ट है। कानून के समक्ष समानता अब केवल एक संवैधानिक आदर्श नहीं है, बल्कि यह एक स्वीकृत वास्तविकता है। कानून को लागू करने की क्षमता और जवाबदेही नया मानदंड है। जो लोग कभी सोचते थे कि वे अभेद्य रूप से सुरक्षित हैं और कानून की पहुंच से परे हैं, वे अब इसकी मजबूत पकड़ में हैं। यह एक बड़ा बदलाव है।
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