विदेश भेजने के नाम पर 25 लाख रुपये ठगे : अंबाला से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शातिर गिरोह ने विदेश भेजने के नाम पर एक सरकारी कर्मचारी से 25 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित को यूनाइटेड किंगडम (यूके) में नौकरी दिलाने का सपना दिखाया गया और धीरे-धीरे उसकी मेहनत की कमाई ठग ली गई। अब पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ अंबाला पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
जान-पहचान के झांसे में फंसा पीड़ित
यह मामला वर्ष 2022 में शुरू हुआ, जब अंबाला कैंट निवासी रघुबीर सिंह को विश्वास ग्रुप नामक एक फर्म के एजेंट ने संपर्क किया। रघुबीर सिंह, जो कि शिक्षा सदन में पिछले 28 वर्षों से क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं, एक जानकार के माध्यम से इस एजेंट के संपर्क में आए थे। उन्होंने बताया कि विश्वास ग्रुप ने उनके जानकार के बेटे को ऑस्ट्रेलिया भेजा था। इसी भरोसे के चलते उन्होंने भी इस ग्रुप पर विश्वास कर लिया।
एजेंट ने रघुबीर को यूके भेजने का वादा किया और प्रक्रिया शुरू करने के लिए किस्तों में पैसे मांगने शुरू किए। पहले छोटे-छोटे खर्चों के नाम पर पैसे लिए गए, फिर वीजा, फ्लाइट टिकट और डॉक्युमेंटेशन के नाम पर बड़ी रकम मांगी गई। कुल मिलाकर रघुबीर सिंह ने 25 लाख रुपये एजेंट को अलग-अलग चरणों में दे दिए, लेकिन न तो उन्हें वीजा मिला और न ही विदेश जाने का कोई अवसर।
विदेश भेजने के नाम पर बन गया शिकार
रघुबीर ने बताया कि उन्हें शुरू में वीजा जल्द लगने का भरोसा दिलाया गया, लेकिन हर बार कोई न कोई बहाना बना दिया गया। कभी डॉक्युमेंट अधूरे बताए गए तो कभी दूतावास में फाइल अटकने की बात कही गई। धीरे-धीरे रघुबीर को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुके हैं।
पैसे वापस दिलाने का प्रयास भी होगा
पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि पीड़ित के साथ हुए धोखे की भरपाई के लिए एजेंट की संपत्ति और बैंक खातों की जांच की जाएगी, ताकि रघुबीर सिंह को उनका पैसा वापस दिलाया जा सके।
बढ़ते फर्जी वीजा गिरोह, आम लोग रहें सतर्क
यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की ठगी का नहीं है, बल्कि एक बड़े और खतरनाक रैकेट की ओर इशारा करता है, जो देश के छोटे शहरों और कस्बों में विदेश जाने के इच्छुक लोगों को फंसाकर ठगी कर रहे हैं। युवाओं और नौकरीपेशा लोगों को सपना दिखाकर उनकी मेहनत की कमाई छीन लेना इन गिरोहों का मुख्य हथियार बन चुका है। पुलिस और प्रशासन की अपील है कि कोई भी व्यक्ति विदेश जाने के लिए बिना जांचे-परखे किसी एजेंट या संस्था पर भरोसा न करे। सभी दस्तावेजों और प्रोसेस की कानूनी पुष्टि के बाद ही कोई फैसला लें।
पुलिस में की शिकायत, जांच जारी
अंबाला पुलिस को जब इस मामले की जानकारी दी गई तो उन्होंने तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है। मामले में बैंक ट्रांजैक्शन, कॉल रिकॉर्ड्स और एजेंट से जुड़ी जानकारियां खंगाली जा रही हैं। अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो विश्वास ग्रुप और इसके संचालकों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
अब एजेंटों की भूमिका पर उठे सवाल
इस पूरे मामले ने एक बार फिर एजेंटों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विदेश भेजने वाले फर्जी एजेंटों की पहचान और निगरानी बेहद जरूरी हो गई है। सरकार को भी ऐसे मामलों को गंभीरता से लेकर सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है जिससे आम लोगों के साथ धोखाधड़ी पर रोक लगाई जा सके। इस तरह की घटनाएं न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि लोगों के सपनों और विश्वास को भी तोड़ती हैं। पुलिस जांच से उम्मीद है कि इस मामले में न्याय मिलेगा और ठगों को उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी।