भिवानी: गांव बापोड़ा के सरकारी स्कूल में अज्ञात ने शिक्षिक की कुर्सी के नीचे पटाखा लगा दिया, जो स्कूल टाइम में फूट गया। इसकी वजह से धमाके की आवाज के साथ कुर्सी टूट गई और शिक्षिका को हलकी सी चोट आई। गनीमत यह रही कि शिक्षिका को ज्यादा चोट नहीं लगी। हालांकि एकदम इस तरह की धमाके की आवाज से शिक्षिका भयभीत जरूर हो गई, लेकिन उक्त घटना ने शिक्षा विभाग की नींद जरूर उड़ा दी। यह वाक्य सुबह आठ बजे के आसपास का है। बाद में स्कूल के प्राचार्य ने इस बारे में गांव के सरपंच व ग्रामीणों को सूचना दी। मामले की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग के अधिकारी व पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
तेज धमाके साथ फटा पटाखा
जानकारी अनुसार सुबह पौने आठ बजे के आसपास 12वीं क्लास के एक कमरे में तेज धमाके के साथ पटाखा बजा। धमाके की आवाज सुनकर अन्य शिक्षक उस कमरे की तरफ लपके, जिस कमरे से धमाके की आवाज आई थी। शिक्षकों के मुताबिक जिस कुर्सी पर शिक्षिका बैठी थी, वह कुर्सी नीचे से टूटी हुई थी और शिक्षिका कुर्सी के पास खड़ी थी। कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं था। मामले की जानकारी मिलते ही स्कूल के प्राचार्य ने इस बारे में गांव के सरपंच सुग्रीव को सूचना दी तो सरपंच व गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए।
कई दिनों से बज रहे है पटाखे
स्कूली बच्चों ने बताया कि दिवाली के बाद से स्कूल परिसर में पटाखे बजने की आवाज आ रही है। यह जानकारी नहीं है कि कौन बजाता है और किस क्लास के पास बजाए जाते है। बच्चों ने बताया कि शुरू में लगा कि पटाखे स्कूल से बाहर बजाए जा रहे है, लेकिन आज पता चला कि पटाखे बाहर नहीं स्कूल परिसर में ही बजते रहे है। दूसरी तरफ इस बारे में स्कूल में तैनात शिक्षकों ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। यहां तक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली।
क्या कहते है गांव के सरपंच
गांव के सरपंच सुग्रीव ने बताया कि आज सुबह उनको स्कूल के प्राचार्य के माध्यम से सूचना मिली थी कि शिक्षिका की कुर्सी के नीचे पटाखा फोड़ दिया। सूचना के बाद वे स्कूल पहुंचे तो वास्तव पटाखा फोड़ा हुआ मिला। फिलहाल गांव के मौजिज लोग तथा शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने स्तर पर मामले की जांच कर रहे है।जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि किस तरह का पटाखा फोड़ा गया और पटाखा फोड़ने वाला कौन था।