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हरियाणा के भिवानी में नगरपरिषद के वाइस चेयरमैन सतेंद्र मोर के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। 28 पार्षदों ने वाइस चेयरमैन सतेंद्र मोर के खिलाफ मतदान किया। एसडीएम ने मतदान के बाद प्रस्ताव को पारित कर दिया।

भिवानी: 23 माह का कार्यकाल पूरा होने में अभी पांच दिन ही शेष बचे थे कि शुक्रवार को नगरपरिषद के वाइस चेयरमैन सतेंद्र मोर के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। सचिवालय परिसर में आयोजित बैठक में 28 पार्षद पहुंचे। सभी पहुंचे पार्षदों ने वाइस चेयरमैन सतेंद्र मोर के खिलाफ मतदान किया। वाइस चेयरमैन मीटिंग में पहुंचे ही नहीं। इस दौरान एसडीएम ने वहां पर पहुंचे सभी पार्षदों की हाजिरी भी लगवाई। सचिवालय में भारी पुलिस बल तैनात रहा। इस मामले में किरण समर्थकों की अच्छी खासी भूमिका रही।

डीआरडीए हॉल में हुआ मतदान

सुबह दस बजे सभी पार्षदों को डीआरडीए हॉल में बुलाया गया। तय समय के हिसाब से निर्धारित समयावधि में 28 पार्षद पहुंचे। एसडीएम की मौजूदगी में वहां पर पहुंचे सभी पार्षदों की हाजिरी लगवाई गई। हाजिरी लगवाने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान प्रक्रिया शुरू हुई। सभी पार्षदों का गुप्त मतदान करवाया। बाद में सभी 28 पार्षदों ने वाइस चेयरमैन सतेंद्र मोर के खिलाफ मतदान किया। एसडीएम ने अविश्वास प्रस्ताव पास होने की घोषणा की। उसके बाद सभी पार्षद वहां से अपने-अपने घर चले गए।

एक साल दस माह 25 दिन में खिसकी कुर्सी

21 सितम्बर 2022 को नगरपरिषद के वाइस चेयरमैन सतेंद्र मोर की ताजपोशी हुई थी। पूर्ण बहुमत देकर पार्षदों ने सतेंद्र मोर को वाइस चेयरमैन की कुर्सी पर बैठाया था। कुछ दिनों तक वाइस चेयरमैन ने विकास कार्य करवाए। इस दौरान वाइस चेयरमैन पब्लिक के बीच भी रहे। उसके बाद पार्षदों में वाइस चेयरमैन के प्रति मन में खटास पैदा होने लगी। धीरे-धीरे पार्षदों में पूरी तरह से नाराजगी बन गई, जिसके चलते बीते माह पार्षदों के एक धड़े ने जिला प्रशासन को वाइस चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शपथ पत्र दे दिए। उसी के तहत पार्षदों का मतदान कराया गया, जिसके तहत 31 पार्षदों में से 28 पार्षदों ने पहुंचकर वाइस चेयरमैन के खिलाफ मतदान किया।

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