Bhiwani News: हरियाणा में सरसों की खरीद शुरू हुए 1 हफ्ते से ज्यादा हो गया है, लेकिन अभी तक भिवानी जिले में किसानों के सरसों की फसल की खरीद नहीं हो पाई है। मंडियों में कुछ किसान सरसों लेकर आ रहे हैं, लेकिन वह एजेंटों को कम दामों पर बेच रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, भिवानी अनाज मंडी के सभी आढ़तियों ने हेंडलिंग एजेंट बनने से मना कर दिया है। वहीं सरकारी के मुताबिक, उन्हें हैंडलिंग एजेंट बनकर किसानों से फसलों की खरीद करनी है। बता दें कि हैंडलिंग एजेंट बनने के लिए उन्हें लाखों रुपए की सिक्योरिटी जमा करानी पड़ती है। वहीं, अनाज मंडी का सभी आढ़ती सिक्योरिटी जमा नहीं कराना चाहते हैं।
इस वजह से नहीं हो रही खरीद
15 मार्च से ही प्रदेश के सभी जिलों में सरसों की खरीद शुरू हो गई है। इसका सरकारी रेट 5950 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। वहीं, भिवानी के मंडी में सरसों की खरीद नहीं हो पा रही है, क्योंकि यहां पर काफी कम किसान सरसों लेकर आ रहे हैं। इसके अलावा केन्द्र की सरकारी एजेंसी नेफेड ने अनाज मंडी के आढ़तियों से 25-25 लाख रुपए की सिक्योरिटी राशि जमा कराने के लिए कहा है। इसके चलते सभी आढ़तियों में रोष भरा हुआ है।
नई अनाज मंडी के आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान भुरू का कहना है कि सरकार की ओर से उनके ऊपर जो शर्तें लगाई जा रही है, उसे वह पूरा नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भिवानी में करीब 95 प्रतिशत आढ़ती सिक्योरिटी की राशि जमा करने में सक्षम नहीं हैं। साथ ही प्रधान ने बताया कि सिक्योरिटी जमा करने के बाद जब सरसों की खरीद समाप्त हो जाती है, उसके बावजूद पैसे वापस मिलने में 6 महीने से ज्यादा का समय लग जाता है।
सोमवार से शुरू हो सकती है खरीद
भिवानी की अनाज मंडी में सरसों की खरीद न होने को लेकर भिवानी मार्केट कमेटी के सचिव अनिल ने बताया कि अभी तक सरसों की खरीद शुरू नहीं हो पाई है, क्योंकि काफी कम लोग मंडी में पहुंच रहे हैं। साथ ही जो किसान सरसों लेकर मंडी में आ रहे हैं, उनकी फसलों में नमी होने के चलते खरीद नहीं हो पा रही है। सचिव ने कहा कि सोमवार से सरसों की खरीदी शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भिवानी में किसानों के लिए सारी व्यवस्थाएं की गई हैं।
ये भी पढ़ें: करनाल पहुंचे सीएम नायब सिंह सैनी: मेगा वेजिटेबल एक्सपो में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए, किसानों को दिया तोहफा