Bhiwani: अल सुबह ओवरफ्लो होकर निगाना फीडर गांव तिगड़ाना के खेतों में टूट गया। फीडर टूटने से तिगड़ाना गांव की सैकड़ों एकड़ भूमि में जलभराव हो गया। इनमें से कुछ धान की रोपाई किए हुए खेत थे तो कुछ खाली खेत थे। बाद में किसानों ने इस बारे में सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सूचना दी तो पूरा महकमा बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा। इसी दौरान फीडर में पीछे से पानी कम करवाया। पानी का बहाव कम होने के बाद फीडर के किनारे में आई दरार को पाटने का कार्य शुरू हो पाया। शाम तक दरार पाटने का कार्य जारी रहा।
तिगड़ाना मंढाणा पुल के पास टूटा था फीडर
बताया जा रहा है कि सुबह करीब चार बजे के आसपास अचानक निगाना फीडर तिगड़ाना मंढाणा पुल के पास से टूट गया। वहां से गुजर रहे किसानों ने इस बारे में सिचांई विभाग को सूचित किया। सूचना के बाद विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने दरार को पाटने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। बाद में अधिकारियों ने पीछे से फीडर का पानी बंद करवाया। पानी बंद होने के बाद ही कर्मचारियों ने बुलडोजर की मदद से दरार को पाटने का कार्य शुरू किया। उस वक्त तक करीब 200 से 300 एकड़ भूमि में पानी पहुंच गया। कहीं पर एक तो कहीं पर डेढ फुट तक खेतों में पानी जमा हो गया। देर शाम तक नहर में आई दरार को पाटने का कार्य जारी रहा।
ओवरफ्लो होने से टूटी या फिर किसी ने फीडर को तोड़ा
बताते है कि सुबह तीन बजे तक नहर में पानी ठीकठाक चल रहा था। किसानों ने बताया कि अन्य दिनों की अपेक्षा आज सुबह में नहर में पानी ज्यादा था। उसके बाद अचानक पुल के पास से नहर में दरार आई और टूट गई। किसानों को इसकी जानकारी सुबह करीब साढ़े चार या पौने पांच बजे के आसपास लगी, जब खेतों में पानी जमा होने लगा। किसानों ने बताया कि नहर में दरार उसके ओवरफ्लो होने से आई है। क्योंकि निगाना फीडर की क्षमता 288 क्यूसेक की बताई जा रही है, लेकिन इसमें पानी ज्यादा ही बह रहा था। दूसरी तरफ सिंचाई विभाग फीडर के टूटने के मामले की कहानी कुछ ओर ही बता रहा है। विभाग का तर्क है कि फीडर अपने आप नहीं टूटी, उन्होंने फीडर के टूटने का कथित आरोप असामाजिक तत्वों पर लगाया है। फिलहाल यह मामला जांच का है। जांच के बाद ही इस बारे में कुछ स्पष्ट हो पाएगा।
निगाना फीडर के सभी जलघर पड़े खाली
निगाना फीडर पर जितने भी जलघर है, वे सभी खाली पड़े है। क्योंकि सुंदर ग्रुप की बारी के बाद ही निगाना फीडर में पानी चलाया जाता है। अब सुंदर ग्रुप की सभी नहरें बंद हो गई और अब पानी बुटाना ग्रुप में छोड़ा गया है। जिसका कुछ पानी बचने पर निगाना फीडर में छोड़ा गया है। कल शाम को पानी छोड़ा गया था। जलघरों तक पानी पहुंचा ही नहीं, लेकिन उससे पहले ही फीडर में मंढाणा गांव के पास दरार आ गई। जिससे जलघरों में पानी जाना बंद हो गया। अब नहर में आई दरार पाटने व उसमें पानी छोड़ने के बाद ही जलघरों तक पानी पहुंच पाएगा।