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हरियाणा के चरखी दादरी में वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में मात्र 17 साल की उम्र में विश्व विजेता का खिताब अपने नाम करने वाले हेमंत सांगवान का गांव में जोरदार स्वागत किया गया। हेमंत का अगला लक्ष्य ओलंपिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाना है।

बाढ़ड़ा/चरखी दादरी: यूएसए में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में मात्र 17 साल की उम्र में हेमंत सांगवान ने विश्व विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया है। गोल्ड मेडल जीतने वाले हेमंत सांगवान का गांव खेड़ी बूरा पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने चैंपियन खिलाड़ी का फूलमालाओं से स्वागत करते हुए जीत की बधाई दी और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। हेमंत सांगवान जीत से काफी उत्साहित नजर आए और कहा कि उसका अलगा टारगेट ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतना है। इसके लिए अभी से कड़ी मेहनत शुरू करेंगे।

11 साल की उम्र में शुरू की बॉक्सिंग

बता दें कि बाढ़ड़ा विधानसभा क्षेत्र के गांव खेड़ी बूरा निवासी हेमंत सांगवान ने अमेरिका के कोलोराडो में 25 अक्टूबर से 3 नवंबर तक आयोजित अंडर-19 वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के 90 कलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया। हेमंत ने फाइनल बाउट में 4-1 के स्कोर से जीत हासिल करते हुए गोल्ड पर कब्जा किया। हेमंत के  पिता विनोद सांगवान व माता सुनीता देवी की मानें तो हेमंत शरारती था और एक दिन उसे डांट लगाई तो उसका जीवन ही बदल गया। मात्र 11 वर्ष की उम्र में हेमंत ने बाक्सिंग शुरू की और लगातार मेहनत करते हुए 17 वर्ष की उम्र में ही विश्व विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया।

ओलंपिक में पदक जीतना लक्ष्य

हेमंत सांगवान ने कहा कि अब ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना ही उसका टारगेट है। गोल्ड मेडलिस्ट हेमंत ने पीएम द्वारा 2036 में ओलंपिक व पैरा ओलंपिक खेलों की मेजबानी का स्वागत किया और कहा कि अपने देश में ओलंपिक होने पर खेलों व प्रतिभाओं को बढ़ावा मिलेगा। युवाओं को नशे से दूर रहकर मेहनत करने का संदेश देते हुए हेमंत ने अपनी सफलता का श्रेय कोच व परिजनों को दिया। हेमंत ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि हार-जीत खेल का हिस्सा हैं और हार से कभी हतोत्साहित नहीं होना चाहिए।

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