चरखी दादरी: हिंडोल गांव के ग्रामीणों को पिछले 20 दिनों से पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। गांव का जलघर पिछले 15 दिनों से सूखा पड़ा है। ग्रामीणों को प्रति दिन हजारों रुपयों का पानी खरीदकर पीना पड़ता है। पेयजल किल्लत को लेकर ग्रामीणों में विभाग के प्रति रोष बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि जलघर से पानी की सप्लाई न दिए जाने के चलते ग्रामीणों को कुएं व हैंडपम्पों के सहारे हलक तर करना पड़ रहा है। अधिकांश कुओं का पानी खारा हो चुका है। मजबूरन उनको खारा पानी ही पीना पड़ रहा है।
20 दिन से गांव में नहीं हुआ पेयजल सप्लाई
गांव हिंडोल निवासियों ने बताया कि 20 दिनों से पेयजल किल्लत बनी हुई है। जलघर का टैंक कंडम है और स्टोरेज क्षमता भी कम है। मात्र दो बार सप्लाई छोड़ने के बाद ही टैंक खाली हो जाता है। नहर (Canal) में एक माह बाद पानी आने के बाद ही सप्लाई मिलती है। जल घर सूखने के बाद ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई दी जाती थी, अब ट्यूबवेल कंडम हो चुका है। जिसके कारण गांव में पानी का संकट खड़ा हो गया। वर्षों से पानी की समस्या बनी हुई है। गर्मी में तो लोग पानी के लिए तरस जाते हैं। अगर सर्दी में भी पानी की किल्लत बनी है तो गर्मी के मौसम में किस तरह से लोगों के घरों तक पानी पहुंच पाएगा।
जलघर में पानी की नहीं बची बूंद
हिंडोल का जलघर पिछले 20 दिनों से सूखा पड़ा है और ट्यूबवेल भी कंडम हो चुका है। जिसके कारण पीने के पानी के लाले पड़े हुए हैं। ग्रामीण विभागीय अधिकारियों को नया ट्यूबवेल लगाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं हुआ। हर रोज टैंकरों से पानी खरीदना पड़ता है। गरीब परिवारों के लिए पानी खरीदना मुश्किल है। उनको मजबूरन हैंडपम्प व कुंओं से पानी लाना पड़ रहा है।
नया टैंक निर्माण की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों पहले मात्र एक टैंक का निर्माण किया गया था, जो काफी हद तक कंडम हो चुका है। करीब 5 हजार की आबादी वाले इस गांव में जन संख्या के हिसाब से टैंक की स्टोरेज क्षमता नहीं है। आबादी बढ़ने के बाद भी दूसरे टैंक का निर्माण जल्द होना चाहिए। जब तक दूसरे टैंक का निर्माण नहीं हो जाता, तब तक उनके गांव की पीने के पानी की समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा।