Yoga Teacher Murder: रोहतक से 3 महीने पहले एक योगा टीचर गायब हो गए थे। पुलिस ने उनका शव चरखी दादरी से बरामद किया है। आरोपियों ने टीचर को जमीन के अंदर 7 फीट से भी ज्यादा गहरे गड्ढे में दफनाया हुआ था। शव मिलने के बाद से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि इस हत्या का मास्टरमाइंड अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
शव के बारे में पुलिस को कैसे पता लगा ?
मृतक की पहचान 45 साल के जगदीप के तौर पर हुई है। जगदीप बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में योगा टीचर थे। बीते दिन यानी 24 मार्च सोमवार को रोहतक पुलिस को सूचना मिली कि दादरी के पैंतावास कलां गांव में एक व्यक्ति का शव मिला है। जिसके बाद पुलिस की टीम मृतक के परिजनों को लेकर मौके पर पहुंच गई। इस दौरान सीआईए, एफएसएल और पुलिस टीम ने मृतक के परिजनों की मौजूदगी में शव को रस्सी से खींच बाहर निकाला। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए अपने साथ रोहतक ले आए। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही पता लगेगा कि टीचर की हत्या कैसे की गई है।
परिजनों ने लापता होने की शिकायत दर्ज कराई
झज्जर के रहने वाले ईश्वर ने टीचर के लापता होने की इसी साल 3 फरवरी को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने बताया था कि 'उनका भतीजा जगदीप 24 दिसंबर को यूनिवर्सिटी गया था, तब से उसका पता नहीं चल रहा है। परिजनों ने उसे हर जगह ढूंढ लिया है, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा है।' जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरु कर दी। जांच के दौरान पुलिस ने यूनिवर्सिटी के कैंपस में लगे सीसीटीवी खंगाले गए। मगर, जगदीप का पता नहीं चला।
आरोपियों ने टीचर को गड्डे में जिंदा दफनाया
पुलिस ने मृतक की जनता कॉलोनी और आसपास लगे CCTV भी खंगाले। जिसमें सामने आया कि करीब 4 लोग 24 दिसंबर को जगदीप को उसके किराए के मकान से हाथ-पैर बांधकर ले जा रहे हैं। पुलिस ने फोन की लोकेशन ट्रेस की तो पता लगा आरोपी पैंतावास कलां गांव में है। इसके बाद पुलिस ने धर्मपाल और हरदीप को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में दोनों ने अपहरण करने की वारदात को कबूल कर लिया। दोनों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने जगदीप को सुनसान जगह ले जाकर गड्ढे में जिंदा ही गाड़ दिया था।
मास्टरमाइंड ने की वारदात से पहले रेकी
पुलिस को दोनों आरोपियों ने बताया कि पंचायती जमीन पर उन्होंने गड्डा बोरिंग करने के बहाने से खुदवाया था। उन्होंने यह भी बताया कि वह जानते थे कि कालूवाला जोहड़ के गोरखधाम पर पिछले कुछ महीने से पुजारी नही रहता, और लोगों का आना जाना भी यहां कम है। आरोपियों ने यह भी बताया कि वारदात से पहले ही इस मामले का मास्टरमाइंड यहां पहले से ही रेकी कर चुका है।
टीचर के महिला से थे अवैध संबंध
पुलिस का कहना है कि जगदीप जनता कॉलोनी में किराए के मकान में रहता था। वहां उसकी पहचान कॉलोनी की रहने वाली एक महिला से हुई थी। महिला की शादी पैंतावास कलां गांव में हुई थी। जगदीप और उस महीला के बीच अवैध संबंध थे, आरोपी ने जगदीप के फोन में अपनी पत्नी की फोटो भी देखी थी। इस बारे में पता लगने के बाद महिला के पति ने अपने साथी हरदीप, धर्मपाल और एक अन्य को साथ मिलकर पहले जगदीप का अपहरण किया, उसके बाद हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि जगदीप को आरोपियों ने कालूवाला जोहड़ में दफनाया था।
मास्टरमाइंड की तलाश में पुलिस
पुलिस को मृतक के चचेरे भाई अनिल ने बताया कि जगदीप शादीशुदा था। उसकी पत्नी और एक 6-7 साल की लड़की भी है। उसके माता निर्मला और पिता महेंद्र सिंह का निधन हो चुका है। शिवाजी कॉलोनी थाना एसएचओ दिलबाग सिंह का कहना है कि दो लोगों को पकड़ लिया गया है। इसमें शामिल मुख्य आरोपी सहित दो आरोपी फरार है। जिनकी तलाश की जा रही है।
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