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फरीदाबाद के सेक्टर 87 में HSVP ने सड़क किनारे बने अवैध मकानों पर बुलडोजर चलाया। कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने विरोध कर पुलिस और अधिकारियों पर आरोप लगाए। लोगों का कहना है कि उनके पास रजिस्ट्री है और बिना नोटिस मकान तोड़े गए। पुलिस और HSVP ने अतिक्रमण की पुष्टि की है।

Illegal houses demolished in Faridabad : हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सेक्टर 87 बीपीटीपी क्षेत्र में मंगलवार को उस वक्त हंगामा मच गया जब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची और सड़क किनारे बने अवैध मकानों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया, खासकर महिलाएं, जो घरों को टूटने से बचाने के लिए सड़क पर उतर आईं। 

जहां HSVP इसे सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा बता रहा है वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि वे पिछले 40 वर्षों से यहां रह रहे हैं और उनके पास मकानों की रजिस्ट्री तक है। कार्रवाई के दौरान अफरातफरी और तनावपूर्ण माहौल बना रहा। महिलाएं जेसीबी के सामने आ गईं, पुलिस से भिड़ गईं और कई बेहोश तक हो गईं। 

जेसीबी चली तो मचा हड़कंप

HSVP की टीम मंगलवार सुबह सेक्टर 87 स्थित बीपीटीपी क्षेत्र में बुलडोजर लेकर पहुंची और बिना देरी किए एक के बाद एक मकानों को गिराना शुरू कर दिया। कार्रवाई की खबर मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। विशेषकर महिलाएं अपने घरों को बचाने के लिए आगे आईं और बुलडोजर के सामने खड़ी हो गईं। इस दौरान पुलिस बल को भी तैनात किया गया था ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। महिलाओं ने पुलिस पर धक्कामुक्की और अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है। कई महिलाएं रोती-बिलखती रहीं और कुछ तो जमीन पर बैठकर ही धरने पर बैठ गईं।

स्थानीय लोगों ने कहा- हमारे पास रजिस्ट्री है

 स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने यह जमीन वैध तरीके से खरीदी है और उनके पास रजिस्ट्री समेत सभी जरूरी दस्तावेज हैं।
सरोज देवी, जो टूटे हुए मकान के सामने बैठी थीं, ने कहा, हम यहां 40 साल से रह रहे हैं। हमने सरकार से बिजली-पानी का कनेक्शन भी लिया हुआ है। आज अचानक मकान तोड़ दिए गए। कोई नोटिस नहीं, कोई सुनवाई नहीं। हम कहां जाएं? एक अन्य महिला ने कहा, "हम गरीब लोग हैं। यही एक छत थी हमारे सिर पर। अब बच्चों को लेकर कहां जाएं? 

HSVP ने कहा पहले नोटिस दिया गया था 

HSVP के जीई नरेश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कार्रवाई पूरी तरह से नियमों के तहत की गई है। उन्होंने बताया कि जिस जगह पर निर्माण किया गया था, वह 45 फुट की मास्टर रोड और 14 फुट के सर्विस रोड की जमीन है जो कि पूरी तरह से सरकारी है। उनके अनुसार, लोगों के पास जो रजिस्ट्री है, वह दूसरे खसरा नंबर की है। उन्होंने गलत जानकारी के आधार पर कब्जा कर लिया। हमने पहले भी उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिया था, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इसलिए मजबूरी में आज यह कदम उठाना पड़ा। 

सड़कों के किनारे कुछ लोगों ने अवैध निर्माण कर लिया था 

सेक्टर 87 बीपीटीपी क्षेत्र में सरकारी मास्टर प्लान के तहत बनाई जा रही सड़कों के किनारे कुछ लोगों ने अवैध निर्माण कर लिया था, जिससे विकास कार्य बाधित हो रहा था। HSVP का कहना है कि इस वजह से सड़क चौड़ीकरण और सर्विस रोड का काम नहीं हो पा रहा था। इस कार्रवाई से पहले HSVP ने लोगों को नोटिस जारी किया था, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि या तो उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला या फिर वह समय से नहीं मिला। पुनर्वास या मुआवजे की कोई बात नहीं की गई, जिससे वे और ज्यादा आक्रोशित हो गए।

मौके पर हंगामा, महिलाएं बेहोश 

जब मकान तोड़े जा रहे थे, तब कुछ महिलाएं घरों के सामान को बचाने की कोशिश में पुलिस से भिड़ गईं। बताया गया कि पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक बाहर निकाला और इसी धक्का-मुक्की में दो महिलाएं बेहोश हो गईं। कुछ महिलाएं जमीन पर लेटकर कार्रवाई को रोकने की कोशिश करती रहीं, लेकिन पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित किया। इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है। लोगों ने HSVP और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और इंसाफ की मांग की। वहीं HSVP अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में बाकी अवैध कब्जों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

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