Security guard died Faridabad: फरीदाबाद में मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के दो सिक्योरिटी गार्ड की दम घुटने से मौत हो गई। घटना के बारे में पता लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया गया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनों व्यक्ति गार्ड रूम में अंगीठी जलाकर सो गए थे, जिसकी वजह से दम घुटने से उनकी मौत हो गई। लेकिन मृतकों के परिजनों का कहना है कि कंपनी की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मृतक के परिजन ने पुलिस को क्या बताया ?
जानकारी के मुताबिक, मृतकों की पहचान गार्ड संजय और राजेंद्र के रूप में हुई है। पुलिस को दी गई शिकायत में मृतक संजय की पत्नी वंदना का कहना है कि संजय कल यानी 29 दिसंबर रविवार की शाम को ड्यूटी के लिए गए थे। उसी दिन रात को करीब 8 बजे कंपनी के अधिकारी ने वंदना को फोन किया था। अधिकारी ने वंदना को धमकाते हुए कहा कि संजय ड्यूटी पर नहीं आए हैं, अब ड्यूटी का समय भी खत्म होने वाला है। वंदना का कहना है कि उसका पति संजय घर नहीं लौटा था। जिसके बाद अगले दिन यानी आज सुबह 30 दिसंबर को कंपनी ने उन्हें फोन करके बताया कि उनके पति की मौत हो गई है।
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परिजन ने कंपनी पर लगाया लापरवाही का आरोप
मामले के बारे में पता लगने के बाद मृतक के परिजन मौके पर पहुंच गए, जहां उन्हें बताया गया कि दोनों गार्ड रूम में सो रहे थे। रूम में अंगीठी भी जलाई हुई थी। ज्यादा धुएं की वजह से दम घुटने से दोनों की मौत हो गई है। जबकि परिजनों ने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि गार्ड रूम में वेंटिलेशन के लिए दरवाजा नहीं था, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है।
जांच अधिकारी लाल चंद का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही यह पता लग पाएगा कि दोनों की मौत के पीछे की वजह क्या है। मृतकों के परिजनों ने कंपनी में लगे सीसीटीवी फुटेज देखने की मांग की है। इसके साथ ही परिजन ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए।
हरियाणा सरकार ने श्रमिकों लिए जारी किए थे आदेश
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आदेश दिया था कि हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में स्टोन क्रशर या खनन के कामों में लगे श्रमिकों के लिए बिल्डरों और परियोजना संचालकों को सामुदायिक रसोई बनानी होंगी। इसके अलावा रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को भी सुरक्षा गार्डों, सफाई कर्मचारियों, मालियों और अन्य कर्मचारियों के लिए हीटर का प्रबंध करना होगा। आदेशों के बावजूद कई कंपनियां और आरडब्ल्यूए लापरवाही बरत रही हैं।
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