बाजार रहा बंद : पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ फतेहाबाद के जाखल में लोगों ने जताया भारी रोष

पहलगाम आतंकी हमले का विरोध : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश की लहर है। इसी कड़ी में फतेहाबाद जिले के जाखल कस्बे में वीरवार को पूरी तरह से बाजार बंद रहा। इस स्वैच्छिक बंद का आयोजन स्थानीय धार्मिक, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने मिलकर किया। नागरिकों ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की।
जनता में रोष, दुकानों पर लटका रहा ताला
जाखल कस्बे में सुबह से ही सभी दुकानों के शटर गिरे नजर आए। मेडिकल स्टोर को छोड़कर सब्जी, किराना, कपड़े और अन्य सभी दुकानें बंद रहीं। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि यह बंद एक शांतिपूर्ण विरोध है, लेकिन इसमें छुपा संदेश स्पष्ट है – देश अब आतंक को और सहन नहीं करेगा। जाखल के नागरिकों ने इस हमले को मानवता पर हमला बताया।
बैठक में लिया गया था बंद का फैसला
इस बंद का फैसला बुधवार को ताऊ देवीलाल पार्क, जाखल में आयोजित एक सर्वदलीय बैठक में लिया गया था, जिसमें गौशाला कमेटी के उपप्रधान कांत जैन, मणि महेश समिति के अशोक कुमार, संजीव सिंगला और अन्य गणमान्य नागरिक शामिल हुए। बैठक में सभी ने एकमत से निर्णय लिया कि वीरवार को शहर पूरी तरह बंद रखा जाएगा और सरकार पर आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाने का दबाव डाला जाएगा।
पाकिस्तान को सख्त संदेश देने की मांग
बैठक में वक्ताओं ने पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने की बात कही। उनका कहना था कि यह हमला केवल निर्दोष पर्यटकों पर नहीं, बल्कि भारत की एकता और अखंडता पर हमला है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपेक्षा जताई कि आतंकवाद के संरक्षकों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाया जाए।
आज फतेहाबाद में होगा रोष प्रदर्शन
पहलगाम में हुए हमले के विरोध में फतेहाबाद शहर में 25 अप्रैल को शाम 5 बजे विश्व हिंदू परिषद (VHP) और सर्व समाज की ओर से एक बड़ा रोष प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। प्रदर्शन की शुरुआत पपीहा पार्क, मॉडल टाउन से होगी और अंत में लाल बत्ती चौक पर इस्लामिक जेहादियों का पुतला फूंका जाएगा। विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष एडवोकेट संदीप टांटिया ने कहा कि यह प्रदर्शन आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने और शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए है। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे बड़ी संख्या में इस प्रदर्शन में भाग लें और आतंक के खिलाफ आवाज बुलंद करें।
जनवादी नौजवान सभा की तीखी प्रतिक्रिया
भारत की जनवादी नौजवान सभा (DYFI) ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। संगठन के जिला प्रधान पवन भूथन और जिला सचिव शाहनवाज ने कहा कि यह हमला केंद्र सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। उनका कहना था कि यह केवल एक आतंकवादी घटना नहीं, बल्कि भारत की सामाजिक एकता पर एक सुनियोजित हमला है। DYFI नेताओं ने मांग की कि इस हमले की गहन और निष्पक्ष जांच कर दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता, यह केवल मानवता का दुश्मन होता है।
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