डॉक्टरों की विशेष टीम आज करेगी मेडिकल जांच : हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने चिकित्सा संस्थानों में महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ICU में भर्ती एक एयर होस्टेस के साथ अस्पताल के टेक्नीशियन द्वारा कथित डिजिटल रेप (हाथ से यौन छेड़छाड़) का मामला सामने आया है। इस मामले की पुष्टि एक CCTV फुटेज से हुई है, जिसमें आरोपी की हरकतें साफ़ तौर पर दर्ज हैं। अब हरियाणा सरकार ने इस मामले की स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से मेडिकल जांच करवाने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को डॉक्टरों की एक विशेष टीम पीड़िता की मेडिकल जांच करेगी।
एयर होस्टेस ट्रेनिंग के सिलसिले में वह गुरुग्राम आई थीं
पीड़ित महिला पश्चिम बंगाल की निवासी है और एक एयरलाइन कंपनी में एयर होस्टेस है। ट्रेनिंग के सिलसिले में वह गुरुग्राम आई थीं। प्रशिक्षण के दौरान एक गतिविधि के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें 5 अप्रैल को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। अगले दिन ICU में भर्ती एयर होस्टेस के साथ रात करीब 9 बजे यह अमानवीय घटना घटी।
आरोपी टेक्नीशियन 8 मिनट तक पीड़िता के बेड के पास खड़ा रहा
पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी टेक्नीशियन दीपक का काम ICU में मशीनों की रूटीन चेकिंग करना था। जिस दिन यह घटना हुई, उस दिन ICU में कोई मशीन खराब नहीं थी, फिर भी आरोपी 16 मिनट तक ICU में मौजूद रहा। इनमें से 8 मिनट वह पीड़िता के बेड के पास खड़ा रहा। 4 मिनट तक वह चादर के अंदर हाथ डालकर पीड़िता के प्राइवेट पार्ट को छूता रहा। वह कमरबंद (वेस्टबैंड) का साइज चेक करने के बहाने आया था। नर्सों को उसने इधर-उधर के कामों में उलझाए रखा। इस पूरी घटना के दौरान पीड़िता वेंटिलेटर पर थी और पूरी तरह से होश में नहीं थी। जब नर्सों ने खून देखा तो सोचा कि पीरियड्स शुरू हुए होंगे।
पीड़िता को कब पता चला
13 अप्रैल को जब एयर होस्टेस डिस्चार्ज हुईं, तब उन्होंने अपने पति को इस पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद 14 अप्रैल को गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दी गई और FIR दर्ज की गई। FIR में पीड़िता ने आरोप लगाया कि ICU में भर्ती रहने के दौरान उसके साथ यौन शोषण किया गया, जिसे डिजिटल रेप की श्रेणी में रखा गया है।
FIR में नर्सों का भी जिक्र
पीड़िता ने अपनी शिकायत में दो नर्सों का भी उल्लेख किया है। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी टेक्नीशियन दीपक उन्हें बार-बार दूसरे कामों में उलझाता रहा, फाइल लाने, डॉक्यूमेंट देने आदि के बहाने। उनका कहना था कि उन्हें शक नहीं हुआ कि वह कुछ गलत कर रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी उन्हें न आरोपी बनाया है और न ही क्लीन चिट दी है।
आरोपी पोर्न का आदी
दीपक बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है और अविवाहित है। उसने 2019 से 2022 के बीच BSc (OT) की पढ़ाई की और पांच महीने पहले मेदांता अस्पताल में नौकरी पाई। पुलिस जांच में सामने आया है कि वह पोर्न का आदी था। घटना से पहले और बाद में उसने अपने मोबाइल पर पोर्न मूवी देखी, जिसके सबूत उसकी सर्च हिस्ट्री से मिले हैं।
पिता बोले- गलती की है तो सजा मिले
दीपक के पिता बेटे की गिरफ्तारी के बाद गुरुग्राम पहुंचे और मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर उनके बेटे ने ऐसा घिनौना अपराध किया है, तो उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। आरोपी ने भी गिरफ्तारी के समय जुर्म कबूल करते हुए कहा कि उसकी नीयत बिगड़ गई थी और उसने अस्पताल स्टाफ से माफी भी मांगी।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने सबसे पहले ICU ड्यूटी रजिस्टर खंगाला। फिर मेदांता अस्पताल के 800 से अधिक CCTV फुटेज की जांच की गई। दीपक की ICU में मौजूदगी, पीड़िता के बेड के पास खड़े रहना और चादर के नीचे हाथ डालना फुटेज में साफ दिखा। इसके बाद उसे 14 अप्रैल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।
राज्य सरकार की कार्रवाई
हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने इस गंभीर घटना पर संज्ञान लिया है। उन्होंने गुरुग्राम CMO को निर्देश दिए हैं कि पीड़िता के इलाज से लेकर डिस्चार्ज तक की पूरी जानकारी दी जाए। इसके तहत सोमवार को सरकारी मेडिकल बोर्ड द्वारा पीड़िता की मेडिकल जांच करवाई जाएगी। इसका उद्देश्य डिजिटल रेप के फोरेंसिक प्रमाण जुटाना है, ताकि अदालत में मामला मजबूत हो सके। मामला केवल एक अस्पताल का नहीं, यह पूरे स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है- खासतौर से ICU जैसी जगहों पर जहां मरीज अत्यंत कमजोर स्थिति में होते हैं। सवाल यह भी उठता है कि क्या अस्पतालों में महिला सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था है?
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