गुरुग्राम: क्षेत्र में मतदान के दौरान जमकर गोपनीयता का उल्लंघन किया गया। कई वोटर्स ने ईवीएम के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दी। जो सोशल मीडिया पर वायरल होती रही। हालांकि बूथों पर पुलिस बल भी तैनात रहा, लेकिन इसके बावजूद लोग मोबाइल के साथ बूथ में कैसे पहुंचे, यह बड़ा सवाल है। कई प्रत्याशियों के खासमखास लोगों ने वोट डालते हुए सेल्फी लेकर मतदान की गोपनीयता को तार-तार किया। वहीं इस संबंध में निर्वाचन आयोग व पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई शाम तक नहीं की गई।
मतदान केंद्र में नहीं ले जा सकते फोन
दरअसल, मतदान केंद्रों के बाहर ही मोबाइल फोन रखने के आदेश दिए गए थे। इसके अलावा मतदान केंद्रों के बाहर भी मोबाइल अंदर ले जाने को लेकर नोटिस चस्पा किए हुए थे। इसके अलावा पुलिस व आईआरबी के जवान भी मतदाताओं को मोबाइल बूथ के अंदर ले जाने पर रोकते नजर आए। लेकिन कई मतदाताओं ने ईवीएम व वीवीपैट का फोटो व वीडियो बनाकर मतदान की गोपनीयता भंग कर दी। अब सवाल यह उठता है कि फोन मतदान केंद्र के अंदर कैसे लेकर गए और फोटो कैसे खींच लिए, यह लापरवाही किसकी तरफ से हुई।
मतदान पर भारी पड़ी चिलचिलाती धूप
गुरुग्राम में विधानसभा चुनाव को लेकर बेशक जिला प्रशासन व निर्वाचन आयोग की ओर से मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अनेक प्रयास किए गए, लेकिन तेज धूप लोगों पर भारी नजर आई। बूथों पर कहीं भी भीड़-भाड़ नहीं रही, वहीं वोटर टर्नआउट के अनुसार दोपहर 12 बजे तक गुरुग्राम में केवल 27 फीसदी मतदान हुआ। इसमें सबसे अधिक मतदान प्रतिशत सोहना में 32.3 फीसदी रहा। हाई राइज बिल्डिंग में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए सोसायटियों में ही बूथ बनाए गए, लेकिन सुबह का मतदान प्रतिशत काफी कम रहा।
प्रत्याशियों ने गाड़ियों से मतदान केंद्र तक पहुंचाया
जिला में शनिवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन तेज धूप होने से लोग मतदान केंद्र तक जाने में गुरेज करते रहे। हालांकि बाद में प्रत्याशियों की ओर से मतदाताओं को बूथों तक पहुंचाने के लिए गाड़ियां व ई-रिक्शा लगाई, जिससे मतदान का प्रतिशत थोड़ा बढ़ा। शहरी क्षेत्र में ई-रिक्शा प्रत्याशियों की ओर से हायर की हुई थी, जो सुबह से लेकर शाम तक मतदाताओं को बूथों तक पहुंचाते दिखाई दिए। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के बूथों पर प्रत्याशियों द्वारा गाड़ियां लगाकर मतदाताओं को बूथों तक पहुंचाते दिखाई दिए। खासकर महिलाओं व बुजुर्गों ने भी बूथ तक पहुंचने के लिए गाड़ियों व ई-रिक्शा का सहारा लिया।