नारनौंद/हिसार: हड़प्पा कालीन सभ्यता को लेकर राखीगढ़ी (Rakhigarhi) का महत्व पूरी दुनिया में विख्यात है। इसको देखने के लिए देश-विदेश से हजारों पर्यटक यहां पर पहुंचते हैं। अब तक उन्हें निराश होकर ही लौटना पड़ता था, क्योंकि खुदाई के बाद साइट को बंद कर दिया जाता था। अब टीले एक और तीन पर साइट को खुला छोड़कर उस पर शेड बनाया जाएगा, ताकि बाहर से आने वाले पर्यटक राखीगढ़ी में मिले अवशेषों को देख सके।
व्यापारिक स्थल के रूप में माना जाता है टीला एक
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की तरफ से जल्द ही साइट ओपन करने के कार्य को शुरू किया जाएगा। टीला एक उनका व्यापारिक स्थल माना जाता हैं। टीले नंबर एक पर जो खुदाई अब तक हुई है, उसको पूरी तरह से खुला रखा जाएगा। उसके ऊपर शेड बनाया जाएगा और उसके चारों तरफ फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा। टीले तीन पर शेड का निर्माण हो चुका है। उस पर भी लोगों की सुविधा के लिए चलने के लिए चारों तरफ ईंटों के फुटपाथ बनाने की योजना है। खुदाई के दौरान इस टीले पर हर गली के हर कोने में बड़े बर्तन रखे हुए मिले हैं। इससे पता चलता है कि उस समय के लोग भी कचरा प्रबंधन के लिए इनका प्रयोग करते थे।
जल्द शुरू होगा कार्य : डॉ. संजय
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग दिल्ली के अपर महानिदेशक डॉ. संजय मंजुल ने बताया कि टीले एक की साइट को खुला रखने के प्लान पर काम किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को हड़प्पा कालीन सभ्यता (Harappan Civilization) के अवशेष और उनका स्ट्रक्चर देखने को मिले। साइट को खुला रखने पर पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा। जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा, इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।