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Hisar Airport: हिसार में कैलिब्रेशन की टीम महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट पहुंची। टीम ने कहा कि यहां पर फ्लाइंग करना संभव है। जानिये इस एयरपोर्ट की खासियतें...

Hisar Airport: भारतीय एयरपोर्ट अथॉरिटी की मापांकन टीम ने महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट का निरीक्षण किया, टीम हवाई जहाज से एयरपोर्ट और आसपास के एरिया में 20 से 25 चक्कर लगाएंगे, और वस्तु स्थिति अच्छी, निरीक्षण के बाद टीम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश में इस समय जहां भी नए एयरपोर्ट तैयार हो रहे हैं। उन सब में हिसार एयरपोर्ट बेस्ट है, सुरक्षा मानक बहुत बढ़िया है एयरपोर्ट को बड़ी प्लानिंग के साथ तैयार किया गया है।

टीम ने बताया कि इमीडिएट यहां पर फ्लाइंग करना संभव है। हम यहां पर विजुअल फ्लाइंग कर सकते हैं।बादलों में फ्लाइंग के लिए यहां पर कुछ और इंस्ट्रूमेंट लगाने पड़ेंगे। हिसार एयरपोर्ट को फ्यूचर के हिसाब से बहुत बढ़िया तैयार किया गया है यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने को तैयार हैं।

नागरिक मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो एक सप्ताह में बी-4 सी लाइसेंस मिल जाएगा और उसके एक सप्ताह में 70 सीटर हवाई जहाज हिसार एयरपोर्ट से उड़ान भर सकेंगे।

हवाई अड्डे की प्रमुख विशेषताएं

-7200 एकड़ जमीन पर बनेगा।

- 3300 मीटर का रनवे बनेगा।

- तीसरे चरण में मुख्य रनवे के साथ दूसरा रनवे बनाया जाएगा।

- एयर कार्गो-घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमान उतर सकेंगे।

- माल ढुलाई व ट्रक आदि के लिए अलग टर्मिनल बनेगा।

- घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पैसेंजर के लिए अलग-अलग टर्मिनल होंगे।

-50 एयरक्रॉफ्ट के लिए पार्किंग जगह।

- रेल यातायात से एयरपोर्ट को जोड़ा जाएगा।

हिसार हवाई क्षेत्र बनाने का इतिहास

1965 में 194 एकड़ क्षेत्रफल में हिसार हवाई क्षेत्र बनना शुरू हुआ था, जो 1967 में पूरा हुआ और उसी साल यह शुरू हो गया। 1970-71 में, दिल्ली-पटियाला-हिसार-दिल्ली मार्ग पर एक निजी तौर पर प्रबंधित हवाई सेवा शुरू की गई थी, जिसे वित्तीय व्यवहार्यता की कमी के कारण 6 महीने की अवधि के बाद समाप्त कर दिया गया था। इसके बाद साल 1999 में हिसार एविएशन क्लब का हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल एविएशन में विलय कर दिया गया था। हवाई अड्डे का प्रबंधन एचआईसीए द्वारा किया जाता था। यहां पर एयरो प्लेन उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता था।

अब तक क्या-क्या हुई घोषणा

- पूर्व सीएम मनोहर लाल ने 29 दिसंबर 2016 को हिसार में इंटरनेशनल स्तर का एयरपोर्ट बनाने की घोषणा की।

- 2 मई 2017 को केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्रालय की कमेटी के साथ साइट क्लीयरेंस के प्रस्ताव पर चर्चा की गई।

-30 जून 2017 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में एयरपोर्ट के साथ लगी विभिन्नों विभागों की जमीन हस्तांतरित करने पर सहमति बनी।

-19 नंबवर 2017 को 4200 एकड़ जमीन का सर्वे पूरा कर एयरपोर्ट अथॉरिटी की जमीन हैंडओवर की गई।

-16 सितंबर 2019 से शेड्यूल फ्लाइट शुरू की गई।

-19 अक्टूबर 2019 को शेड्यूल फ्लाइट बंद कर दी गई।

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- 26 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की कि हवाई अड्डे का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखा जाएगा। इसका नाम बदलकर महाराजा अग्रसेन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कर दिया गया है।

-अप्रैल 2023 को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हिसार हवाई अड्डा के 1 नवंबर से ऑपरेशन होने की घोषणा की थी।

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