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हरियाणा के हिसार में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं दक्षिण अफ्रीका की कवाजुलू यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधि मंडल ने बैठक की और दोनों विश्वविद्यालय मोटे अनाज (मिलेटस) की खेती और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग करने को लेकर चर्चा की।

Hisar: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं दक्षिण अफ्रीका की कवाजुलू यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधि मंडल ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज की अध्यक्षता में विभिन्न महत्वाकांक्षी विषयों को लेकर बैठक की। विश्वविद्यालय के दो दिवसीय दौरे पर आए दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधि मंडल में विश्वविद्यालय के मानविकी महाविद्यालय में अनुसंधान अधिष्ठाता प्रो. विवीयन ओजोंग, निदेशक प्रो. हसन काया, विज्ञान विभाग की शोध प्रबंधक डॉ. मायाश्री चिनसामी, दक्षिण अफ्रीका के नेल्सन मंडेला विश्वविद्यालय से सांइस मिशन के पूर्व मुख्य निदेशक प्रो. योनाह स्लेटी, मीडिया प्रतिनिधि तेज मोथीबे शामिल रहे।

मोटे अनाज की खेती व प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करेंगे सहयोग

कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि दोनों विश्वविद्यालय मोटे अनाज (मिलेटस) की खेती और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग करेंगे। पोषण सुरक्षा के दृष्टिगत उक्त फसलें दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इन फसलों को कम संसाधनों में भी उगाया जा सकता है। मिलेटस के मूल्य संवर्धन से किसानों की आय में वृद्धि होगी और एचएयू में बाजरा उत्कृष्टता केंद्र यहां विकसित उत्पादों से किसानों, खासकर महिला किसानों को उद्यमी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मक्का, गन्ना, आलू और बाजरा जैसी कई फसलें हैं जो भारत के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका में भी उगाई जाती हैं। इन फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी करने के लिए दोनों विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक आपसी तालमेल के साथ संयुक्त रूप से कार्य करेंगे।

इन क्षेत्रों में दक्षिण अफ्रीका का विवि कर रहा कार्य

दक्षिण अफ्रीका के कवाजुलू विश्वविद्यालय के मानविकी महाविद्यालय में अनुसंधान अधिष्ठाता प्रो. विवियन ओजोंग ने बताया कि जलवायु परिवर्तन, डिजिटाइजेशन, सामुदायिक विज्ञान, स्वदेशी ज्ञान प्रणालियां और उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों में एचएयू उच्च स्तरीय कार्य कर रहा है एवं इस आपसी सहयोग से दक्षिण अफ्रीका के लोगों को भी फायदा होगा। दक्षिण अफ्रीकी प्रतिनिधियों ने एचएयू के बाजरा उत्कृष्टता केंद्र और विश्वविद्यालय के अर्निंग व्हाइल लर्निंग जैसे कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की। अनुसंधान निदेशक एवं नोडल अधिकारी डॉ. एसके पाहुजा ने दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधि मंडल का हकृवि में पहुंचने पर स्वागत किया।

दक्षिण अफ्रीका प्रतिनिधि मंडल ने हकृवि सहित विभिन्न स्थलों का किया दौरा

दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधि मंडल ने पोषक अनाज अनुसंधान केन्द्र, गोकलपुरा (भिवानी), सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के बाजरा उत्कृष्ठता केन्द्र, दीन दयाल उपाध्याय जैविक खेती उत्कृष्ठता केन्द्र तथा डॉ. मंगलसेन कृषि संग्रहालय का दौरा कर संबंधित संस्थानों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की।

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