Logo
हरियाणा में हिसार के हांसी में नेताओं के पोस्टर हटाने आए नप अधिकारियों पर समर्थकों ने लाठी डंडों से हमला कर दिया। विरोध में नप कर्मचारियों ने दीवार फांदकर भागने का प्रयास में मार्बल हाउस के मालिक को दौड़ा दौड़ाकर पीटा।

हांसी। प्रदेश में एक अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर प्रशासनिक अमला आचार संहिता के उल्लंघन पर सख्त हो गया है। समर्थकों में भी अपने नेताओं के पोस्टर लगाने की होड़ लगी हैं। हिसार  हांसी में मंगलवार को बिना अनुमति के पोस्टर लगाने पर नेताओं के समर्थक व नप कर्मचारी एक दूसरे पर हमलावर हो गए। नेता के समर्थकों ने मार्बल हाउस पर लगे पोस्टर हटाने पहुंचे नप अधिकारियों की पिटाई की तो अपने अफसरों की पिटाई से आक्रोशित नप कर्मियों ने मॉर्बल हाउस के मालिक को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांति किया। पुलिस ने सीएसआई की शिकायत पर मॉर्बल हाउस मालिक सहित आठ के खिलाफ केस दर्ज किया है।

पोस्टर उतारने पहुंचे थे अधिकारी

जानकारी के अनुसार मंगलवार को नगर परिषद के अधिकारी आदर्श आचार संहिता की पालना में टेलीफोन एक्सचेंज के सामने एक मार्बल हाउस पर लगे राजनीतिक पोस्टर उतारने के लिए पहुंचे। इससे पहले मार्बल हाउस संचालक को अपने संस्थान के आगे लगे पोस्टर उतारने के लिए नोटिस दिया था, जिस पर उसने कोई कार्रवाई नहीं की। मंगलवार को अधिकारी जब टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो मार्बल हाउस संचालक ने उन्हें पोस्टर उतारने का विरोध किया। कर्मचारियों ने आचार संहिता का हवाला देते हुए मार्बल हाउस संचालक की बात मानने से इंकार किया तो अपने साथियों के साथ मिलकर कर्मचारियों व अधिकारियों पर लाठी डंडों से हमला कर दिया तथा सरकारी अमले को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।

Hisar
हांसी। चहल मार्बल के बाहर धरना देते सफाई व नप कर्मचारी।
मार्बल हाउस पहुंचे आक्रोशित कर्मचारी

जब नप कर्मचारियों को अधिकारियों पर कर्मचारियों पर हमले की सूचना मिली तो कर्मचारी मार्बल हाउस पर जमा हो गए। कर्मचारियों की भीड़ देख मार्बल हाउस के मालिक बिरेंद्र चहल ने दीवार फांदकर भागने का प्रयास किया, परंतु कर्मचारियों ने पीछा कर उन्हें पकड़ लिया तथा पिटाई कर दी। जिसके बाद उन्हें वापस मार्बल हाउस पर लेकर आए तथा माफी मंगवाई।

भीड़ को देख दीवार फांदकर भागा मार्बल हाऊस मालिक

अपने प्रतिष्ठान के बाहर एकत्रित नगर परिषद कर्मचारियों की भीड़ को देखकर मार्बल हाउस के मालिक राजेंद्र दीवार फांदकर भागने लगे। जैसे ही भीड़ को इसकी भनक लगी तो उन्होंने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। कुछ लोग ईंट, पत्थर लेकर मार्बल हाउस के मालिक राजेंद्र के पीछे दौड़ते हुए नजर आए। भीड़ ने राजेंद्र को पकड़ कर उसके साथ मारपीट करते हुए उसे वापस उसके प्रतिष्ठान पर ले आए। जहां पर उसे जमीन पर बैठाकर माफी मंगवाई गई। जिसके बाद पुलिस कर्मचारी राजेंद्र को पुलिस की गाड़ी में बैठाकर चौकी ले गए।

दोनों पक्ष एक दूसरे को ठहरा रहे जिम्मेदार

चुनावी माहौल में इस विवाद के लिए दोनों पक्ष एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। नप ईओ सुरेश चौहान ने कहा कि दुकानदार को पहले नोटिस दिया था। मंगलवार को पोस्टर उतरने के दौरान दुकानदारों ने साथियों के साथ टीम पर लाठी डंडों से हमला किया तथा कर्मचारियों को जातिसूचक गालियां दी। पुलिस को शिकायत देने के साथ मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। मॉर्बल हाउस संचालक राजेंद्र ने कर्मचारियों पर दुकान में घुसकर अपने व अपने चाचा के साथ बदसलूकी करने व शोरूम में लगे फ्लैक्स फाड़ने और ईंट पत्थरों के साथ उसका पीछा करने का आरोप लगाया। जिसकी सीसीटीवी फुटेज भी जारी की गई है।

बिना परमिशन होर्डिंग लगाना अवैध 

एसडीएम कुलभूषण बंसल का कहना है कि आचार संहित के चलते बिना परमिशन किसी निजी संस्थान के बाहर होर्डिंग लगाना अवैध है। संस्थान के अंदर होर्डिंग लगाए जा सकते है जो पब्लिक विजिब्ल न हो। संस्थान के अंदर घुसकर होर्डिंग फाड़ना अवैध है। कोई भी कर्मचारी बिना परमिशन के किसी भी निजी संस्थान के अंदर प्रवेश नहीं कर सकता। तथ्यों को देखा जाएगा।

5379487